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Baramati News: बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य प्रबंधक ने लगाई फांसी, मांगी थी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति

- सुसाइड नोट में लिखा- काम के ज्यादा बोझ से लिया फैसला
- मांगी थी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति
- सुसाइड नोट में लिखा - मेरी बैंक से विनती है कि कर्मचारियों पर दबाव न डालें
Baramati News. बैंक ऑफ बड़ौदा, बारामती शाखा के मुख्य प्रबंधक शिवशंकर मित्रा (52, प्रयागराज) ने गुरुवार रात बैंक में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मित्रा ने सुसाइड नोट भी छोड़ा है जिसमें काम के अत्यधिक दबाव के कारण यह कदम उठाने की बात कही। मित्रा ने पांच दिन पहले ही स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) मांगी थी क्योंकि उन्हें अतिरिक्त दबाव सहन नहीं हो रहा था, लेकिन बैंक के वरिष्ठ स्तर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली थी।
गुरुवार को पूरे दिन काम करने के बाद मित्रा ने रात करीब 9 बजे गार्ड को घर जाने के लिए कहा। खुद ही बैंक बंद कर घर जाने की बात उन्होंने गार्ड से कही थी। गार्ड के जाने के बाद मुख्य प्रबंधक ने रस्सी के जरिए ऑफिस में ही पंखे पर लटककर जान दे दी। बारामती शहर टीआई विलास नाले ने दैनिक भास्कर को बताया कि देर रात तक जब मित्रा घर नहीं पहुंचे तो उनकी पत्नी प्रिया को चिंता हुई। मोबाइल लगाने के बाद भी जब बात नहीं हुई तो वे खुद ही बैंक पहुंचीं। अंदर जाकर देखा तो पति पंखे पर लटके हुए थे। उन्होंने तुरंत ही बैंक के स्टॉफ को इसकी जानकारी दी। पुलिस को रात 2.30 बजे इस घटना की सूचना मिली। पुलिस ने शव पंखे से उतारा और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
सुसाइड नोट में लिखा - मेरी बैंक से विनती है कि कर्मचारियों पर दबाव न डालें
सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा कि मैं शिवशंकर मित्रा, मुख्य प्रबंधक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बारामती, आज बैंक के अत्यधिक दबाव के कारण आत्महत्या कर रहा हूं। मेरी बैंक से विनती है कि कर्मचारियों पर अतिरिक्त दबाव न डालें। सभी को अपनी जिम्मेदारियों का पूरी तरह से ज्ञान है और वे सौ प्रतिशत योगदान देते हैं। मैं अपनी आत्महत्या पूरी तरह से होश में और अपनी इच्छा से कर रहा हूं। इसमें मेरे परिवार की कोई गलती नहीं है। किसी को भी जिम्मेदार न ठहराया जाए। मैं केवल बैंक के भारी दबाव के कारण आत्महत्या कर रहा हूं। उन्होंने अपनी पत्नी प्रिया और बेटी माही को संबोधित करते हुए लिखा, "प्रिया, मुझे माफ करना। माही, मुझे माफ करना!" उन्होंने यह भी इच्छा व्यक्त की कि अगर संभव हो तो उनके नेत्र दान किए जाएं।
Created On :   18 July 2025 9:01 PM IST