Satna News: पत्नी के पहले पति ने दोस्त के साथ मिलकर डीएलएड छात्र को उतारा था मौत के घाट

पत्नी के पहले पति ने दोस्त के साथ मिलकर डीएलएड छात्र को उतारा था मौत के घाट
  • पत्नी के पहले पति ने दोस्त के साथ मिलकर डीएलएड छात्र को उतारा था मौत के घाट
  • बिहार के मधेपुरा से सहआरोपी को उठा लाई पुलिस
  • मास्टरमाइंड अब भी फरार

Satna News: बिहार के छात्र का मर्डर उसकी पत्नी के पहले पति ने जिगरी दोस्त के साथ मिलकर किया था, जिसका खुलासा कर पुलिस ने सहआरोपी को मधेपुरा से पकड़ लिया, मगर मास्टरमाइंड अब भी गिरफ्त से बाहर है। गौरतलब है कि 11 जून की सुबह लगभग साढ़े 9 बजे खम्हरिया-पयसियान में नहर के पास अज्ञात युवक की रक्तरंजित लाश मिली थी, जिसकी हत्या सिर पर पत्थर पटककर की गई थी। जांच के दौरान ही मृतक की शिनाख्त पवन कुमार पुत्र मानिकलाल सिंह 34 वर्ष, निवासी लौआलगान, जिला मधेपुरा-बिहार, के रूप में की गई, जो कि अपने दोस्त अभिषेक सिंह के साथ डीएलएड की परीक्षा देने सतना आया था, लेकिन आखिरी पेपर से पहले एमएलबी स्थित सेंटर के बाहर से अचानक लापता हो गया।

ऐसे जुड़ी कडिय़ां ---

इस जानकारी पर पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले तो युवक को स्कूल के बाहर से दो लोग जबरन ऑटो में बैठाकर ले जाते दिखे। तब उक्त ऑटो चालक को चिन्हित कर पूछताछ की गई तो पता चला कि सुबह 7 बजे स्टेशन रोड पर उसने तीन लोगों को ऑटो में बैठाया, जिनमें से एक व्यक्ति को दो लोग पकड़े हुए थे। तीनों को उसने खम्हरिया-पयसियान में रोड के किनारे उतार दिया था। ड्राइवर के बयान पर तकनीकी साक्ष्य जुटाने के साथ मृतक के परिजनों से भी फोन पर बातचीत की गई, तो हत्या की वजह और आरोपी लगभग स्पष्ट हो गए, फिर एक टीम को बिहार के मधेपुरा भेजा गया, जिसमें शामिल पुलिसकर्मियों ने एक संदेही वीरेंद्र उर्फ वीरू पुत्र स्वर्गीय चंद्रदेव सिंह 40 वर्ष, निवासी लौआलगान को पकड़ लिया और सोमवार रात को सतना ले आए।

मुख्य आरोपी के बच्चों को पढ़ाता था ट्यूशन ---

हिरासत में आते ही वीरेन्द्र ने खुलासा किया कि मृतक पवन कुमार अपने ही गांव में राजीव उर्फ राजेश पुत्र रामरूप सिंह 39 वर्ष, के घर पर बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने जाता था, जहां मुख्य आरोपी की पत्नी से प्रेमसंबंध बन गए और दो साल पहले अचानक गांव से दोनों लोग गायब हो गए। इस बात पर राजीव और उसके घर वालों ने पवन के घर पर जमकर उत्पात मचाया, लिहाजा मृतक का परिवार भी गांव छोडक़र चला गया। इस वारदात से एक महीने पहले पवन अपनी प्रेमिका और घर वालों को लेकर गांव लौट आया, जिससे राजीव आग बबूला होकर बदला लेने की फिराक में लग गया। जैसे ही खबर लगी कि पवन डीएलएड की परीक्षा देने सतना गया है तो प्लान बनाकर सतना आ गए, यहां पर गांव के कुछ मजदूरों से काम की बात करने के बहाने 10 जून को मृतक के कमरे से लेकर स्कूल और शहर के बाहर के रास्तों की रेकी कर ली।

एग्जाम सेंटर के बाहर से उठाया ---

अगली सुबह परीक्षा केन्द्र के बाहर पहुंच गए और जैसे ही पवन आया तो उसे पकडक़र ऑटो में बैठा लिया। इस दौरान युवक ने किसी प्रकार का प्रतिरोध नहीं किया। ऑटो से उतरने के बाद युवक को नहर के पास ले गए और वीरू ने गमछे से पैर बांधकर दबोच लिया, जबकि राजीव ने सिर पर पत्थर पटककर हत्या कर दी। लाश को घसीटकर खाई में फेंकने के बाद कई किलोमीटर पैदल चलकर घुंघचिहाई पहुंचे, जहां से बस में बैठकर रीवा और फिर मिर्जापुर तक गए, वहां से ट्रेन के जरिए गांव लौट गए। इस दौरान पहचान उजागर होने की भनक लगते ही राजीव गांव से गायब हो गया। इस कार्रवाई में टीआई सुदीप सोनी, एसआई दशरथ सिंह, प्रधान आरक्षक अंकित सिंह, बृजेश सिंह, अभिषेक पांडेय, अमर सिंह, वेदप्रकाश, विक्रम सिंह, आरक्षक महेन्द्र, राकेश कश्यप, कृष्णरंजन, धर्मेन्द्र सिंह, विजय बादल, साइबर सेल प्रभारी अजीत सिंह, एएसआई दीपेश कुमार, एफएसएल अधिकारी डॉ. महेन्द्र सिंह और आरक्षक मुकेश यादव ने अहम भूमिका निभाई।

Created On :   18 Jun 2025 6:10 PM IST

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