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Seoni News: जांच में हुआ खुलासा, रात भर मौके पर डटे थे जेल भेजे गए एसडीओपी व पुलिसकर्मी

Seoni News: सिवनी एसडीओपी पूजा पांडेय सहित 11 पुलिस कर्मियों द्वारा अंजाम दी गई 2 करोड़ 96 लाख 50 हजार रुपए की हवाला डकैती के मामले में एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं। अब सामने आया है कि 8 अक्टूबर की आधी रात को नेशनल हाईवे में हवाला की रकम ले जा रही कार को रोककर उसे सीलादेही मंदिर के पास सुनसान स्थल पर ले जाकर वारदात को अंजाम देने के दौरान आरोपी पुलिसवाले घंटों मौके पर ही डटे रहे। जांच में एसडीओपी की लोकेशन भी रात भर उसी जगह बनी रही। वे 8 व 9 अक्टूबर की दरमियानी रात 12 बजकर 02 मिनट से सुबह 05 बजकर 56 मिनट तक घटनास्थल पर ही गुणा-भाग में जुटी रहीं।
लगातार 06 घंटे तक मौजूद रहने के दौरान उनके द्वारा कई वाट्सएप कॉल किए गए। किसी से ‘सर’,‘सर’ कहकर लंबी बातचीत की गई। जांच के अनुसार इस दौरान घटनास्थल पर घंटों मौजूद रहीं एसडीओपी व अन्य आरोपी पुलिस कर्मियों ने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करने व वैधानिक कार्रवाई करने की बजाय बलपूर्वक 2 करोड़ 96 लाख 50 हजार रुपए अपने कब्जे में लिए। इतना ही नहीं उक्त राशि को लेकर जालना निवासी सोहन परमार से सौदेबाजी की गई। 50 प्रतिशत राशि स्वयं रखने एवं शेष 50 प्रतिशत राशि परमार को लौटाने का सौदा किया गया और 1 करोड़ 45 लाख रुपए अपने पास रखकर शेष राशि 1 करोड़ 51 लाख 50 हजार रुपए लौटाते हुए वापस जाने के लिए कहा गया। इसमें 25 लाख 60 हजार रुपए कम मिलने पर कोतवाली थाना में घटना की शिकायत दर्ज कराई गई।
अपने कार्यालय ले गईं 1.45 करोड़ रुपए
एएसपी क्राइम जोन-05 जबलपुर आयुष गुप्ता के जांच प्रतिवेदन के अनुसार परमार के ड्रायवर इरफान व मुख्तार कटनी व सतना से हवाला की रकम कार क्रमांक एमएच 13 ईके 3430 से जालना व नागपुर ले जा रहे थे। आरोपी पुलिसकर्मियों द्वारा कार को सीलादेही में बलपूर्वक रोककर राशि को अपने अधिपत्य में लिया गया। एसडीओपी ने कार रोकने के पहले व उसके बाद किसी भी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को सूचना नहीं दी गई और ना ही वायरलेस सेट या अन्य किसी तकनीकी माध्यम से कंट्रोल रूम को सूचित किया गया। सौदेबाजी के बाद एसडीओपी 1.45 करोड़ रुपए अपने कार्यालय ले गईं। जांच के दौरान एसडीओपी ने अपने बयान में मौके पर 1.45 करोड़ रुपए पीले रंग की बोरी में भरे जाने के दौरान ड्रायवर इरफान व मुख्तार के भाग जाने की बात कही थी, जो कि जांच में सही नहीं पाई गई।
एक हवाला व्यापारी के 2.1 करोड़ व दूसरे के थे 95 लाख 50 हजार रुपए
उजागर हुआ है कि हवाला के जिन 2.96 करोड़ रुपए की डकैती की गई थी, वे सतना के हवाला व्यापारी बंती भाई व कटनी के हवाला व्यापारी छगन सोलंकी के थे। इसका उल्लेख जमानत आवेदन में भी किए जाने की जानकारी सामने आई है। 2.96 करोड़ रुपए में 2 करोड़ 1 लाख रुपए सतना के बंती भाई व 95 लाख 50 हजार रुपए कटनी के छगन सोलंकी के थे। लखनवाड़ा थाना में हवाला की राशि को लेकर अलग से अपराध पंजीबद्ध हुआ है, जिसमें सोहन परमार सहित नागपुर के दो अन्य को भी पकड़ा गया था। पुलिस को सतना व कटनी भी भेजा गया था, लेकिन यह सामने नहीं आया है कि बंती व छगन के खिलाफ क्या एक्शन लिया गया है।
सीक्रेट मेटल चैंबर में भरे थे रुपए
हवाला के रुपए ले जा रही कार को सीलादेही मंदिर के पास सुनसान इलाके में ले जाए जाने के बाद आरोपी पुलिस कर्मियों को कार के भीतर रुपए खोजने में जमकर मशक्कत करना पड़ी थी। एसडीओपी वाट्सएप कॉल पर रुपए न होने की बात बार-बार कर रही थी। इसे लेकर उन्होंने कई कॉल किए। हालांकि इसके बाद कार के आगे की सीट के नीचे बनाए गए सीक्रेट मेटल चैंबर के अंदर भरे गए रुपए मिल गए थे।
जमानत आवेदन में कहा- एकतरफा जांच रिपोर्ट बनाई
सेशन कोर्ट के विशेष न्यायाधीश गालिब रसूल ने 25 अक्टूबर को न्यायिक हिरासत में जिला जेल भेजी गईं एसडीओपी पूजा पांडेय की ओर से लगाए गए जमानत आवेदन को निरस्त कर दिया था। जमानत के लिए लगाए गए आवेदन में यह भी उल्लेख किया गया है कि एएसपी जबलपुर आयुष गुप्ता ने आईजी जबलपुर के निर्देश पर एकतरफा जांच रिपोर्ट दी गई है। अपराध में झूठा फंसाए जाने व एसडीओपी के ईमानदार होने का जिक्र भी किया गया है। जमानत के लिए दो साल के बेटे के जेल में साथ में रहने को आर्टिकल 21 का उल्लंघन भी बताया गया।
Created On :   27 Oct 2025 1:28 PM IST












