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Seoni News: शहर के भीतरी हिस्से में फोरलेन मॉडल रोड का हो रहा डामरीकरण

- नगर पालिका के साधारण सम्मिलन में पास किया गया था प्रस्ताव, एमपीआरडीसी ने नकारा
- पक्ष-विपक्ष के काम न करने देने के सर्वसम्मत फैसले के बावजूद
Seoni News: ज्यारतनाका से नागपुर रोड स्थित जोड़ा नाला पुल तक शहरी हिस्से वाली फोरलेन मॉडल रोड में डामरीकरण न करने देने को लेकर नगर पालिका परिषद के साधारण सम्मिलन में लिया गया फैसला बेअसर निकला। पहले इस सडक़ का चौड़ीकरण करने व सीवर लाइन का काम(अभी शुरु भी नहीं) पूरा होने तक डामरीकरण का काम रोके जाने का प्रस्ताव 14 नवंबर को पक्ष-विपक्ष की सर्वसम्मति से पास किया गया था। हालांकि इस फैसले का सडक़ डामरीकरण का काम करा रही एमपीआरडीसी पर कोई फर्क नहीं पड़ा है।
दिन के समय यातायात के चलते रात के समय डामरीकरण कराया जा रहा है, जबकि नगर पालिका ने साधारण सम्मिलन में लिए गए निर्णय के संबंध में एमपीआरडीसी को पत्र भी भेजा है। इसे लेकर एमपीआरडीसी के अफसरों का कहना है कि शासन से स्वीकृत योजना अंतर्गतजबलपुर फोरलेन बायपास(नगझर) से सीलादेही स्थित नागपुर बायपास तक फोरलेन सडक़ बनाई जा रही है।
ज्यारतनाका से नगझर व जोड़ा पुल से सीलादेही स्थित नागपुर बायपास तक सडक़ का निर्माण लगभग पूर्ण भी हो गया है। पुलिया, रोड डिवाइडर व विद्युत पोल की लाइटिंग सहित अन्य छुटपुट काम शेष हैं। टेंडर के अनुसार शहरी हिस्से में सडक़ का डामरीकरण व उसके दोनों ओर पेवर ब्लॉक ही लगाए जाने हैं और अब यही काम कराया जा रहा है।
रिवाइज प्लान को नहीं मिली स्वीकृति
इससे पहले एमपीआरडीसी ने शहरवासियों, सिवनी विधायक व पार्षदों की मांग पर शहरी हिस्से ज्यारतनाका से जोड़ा नाला पुल तक सडक़ चौड़ीकरण का रिवाइज प्लान बनाकर भोपाल भी भेजा था। सिवनी विधायक दिनेश राय मुनमुन इस संबंध में भोपाल में एमपीआरडीसी के एमडी भरत यादव से मिले भी थे। इसके बाद सडक़ का सर्वे कर रिवाइज प्लान भिजवाया गया था। हालांकि रिवाइज प्लान का अस्वीकृत कर दिया गया। इसके पीछे कारण शहरी हिस्से में सडक़ के दोनों ओर कई पाइप लाइनों का होना व पाइप लाइन की शिफ्टिंग के लिए जगह का न होना बताया जा रहा है। कुछ जगह तो सडक़ किनारे आठ लाइनें तक बताई जा रही हैं। वहीं बीएसएनएल, निजी मोबाइल कंपनियों, बिजली कंपनी ने भी सडक़ किनारे अपनी लाइन डाली हुई हैं।
हटाए गए थे 271 अतिक्रमण
शहरी हिस्से में सडक़ चौड़ीकरण के लिए जमकर कवायद भी हुई थी। जिला प्रशासन के निर्देश पर राजस्व विभाग व नगर पालिका परिषद ने मिलकर सडक़ के दोनों ओर 271 कच्चे-पक्के अतिक्रमण चिंहित किए थे। इस साल मार्च में ताबड़तोड़ कार्रवाई करते अतिक्रमण हटाए गए थे। हालांकि कुछ समय में ही एक-एक कर फिर से अतिक्रमणकारी काबिज हो गए। स्थाई फुटपाथी दुकानें, गुमटियां फिर जस के तस जम गए। सडक़ किनारे फिर से पहले जैसा ही कब्जा कर लिया गया, जिससे यातायात में जमकर अवरोध खड़ा हो रहा है।
इनका कहना है-
हर कोई चाहता है कि शहरी हिस्से में सडक़ चौड़ीकरण होना जरूरी है। इसी के चलते सर्वसम्मति से साधारण सम्मिलन में सीवर लाइन का काम पूर्ण होने व सडक़ चौड़ीकरण होने तक डामरीकरण का काम न करने देने का निर्णय लिया गया था। इस संबंध में एमपीआरडीसी को पत्र भी भेजा गया है।
- ज्ञानचंद सनोडिया, अध्यक्ष, नगर पालिका, सिवनी
शासन की योजना अंतर्गत काम कराया जा रहा है। इसमें अवरोध डालने का नगर पालिका को अधिकार नहीं। हालांकि सडक़ चौड़ीकरण का रिवाइज प्लान बनाकर भोपाल भेजा भी गया था, लेकिन सडक़ के दोनों ओर पानी की कई पाइप लाइने होने के कारण उसे रिजेक्ट कर दिया गया।
- दीपक आड़े, महाप्रबंधक, एमपीआरडीसी
Created On :   18 Nov 2025 1:19 PM IST












