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आत्मबल, संयम और आत्मिक उन्नति का आधार है योग
योग से स्वास्थ्य, समृद्धि, आत्मनिर्भरता की अनुभूति होती है। साथ ही आत्म बल, आत्म संयम और आत्म उन्नति का आधार योग है। उक्ताशय की बात मंगलवार से सरस्वती स्कूल मैदान में शुरु हुए इंटीग्रेटेड त्रि-दिवसीय नि:शुल्क योग शिविर में हरिद्वार से पधारे पतंजलि योगपीठ भारत स्वाभिमान मुख्य प्रभारी स्वामी डॉ. परमार देव ने कही। योग शब्द की व्याख्या करते हुए स्वामी परमार्थ देव ने कहा कि योग मात्र आसन और प्राणायाम मात्र नहीं, बल्कि ईश्वर प्राप्ति का एक सशक्त माध्यम भी है। योग के दौरान स्वामी परमार्थ ने कहा कि योग मात्र किसी धर्म का नहीं बल्कि समूचे मानव समुदाय के लिए है, जिसमें स्वस्थ मन, स्वस्थ शरीर और ईश्वर को प्राप्त करने का साधन है।
आधुनिक, भौतिकता भरे युग में योग का महत्व बताते हुए स्वामी ने कहा कि जीवन में जितनी स्वांस की जरूरत है, उससे कहीं ज्यादा उन सांसो में योग की जरूरत है। इसके पहले वैदिक ग्रंथों में पीएचडी डॉ. परमार्थ देव की मौजूदगी में योग शिविर का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। जाने-माने वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. एके श्रीवास्तव, डॉ. जीडी सिंह, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष महेंद्र सराफ द्वारा दीप प्रज्जवलन किया गया। तत्पश्चात योग की मुख्य क्रियाओं के साथ स्वामी जी ने योग प्रारंभ कराया। योग शिविर 8 एवं 9 जून तक चलेगा। जिसमें योग के माध्यम से गंभीर बीमारियों से विजय प्राप्त कैसे किया जाए, इस पर ध्यान दिया जा रहा है। शिविर में पंडित शंभूनाथ शुक्ला विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा खेल एवं योग विभाग के छात्र-छात्राएं विभागाध्यक्ष डॉ. आदर्श तिवारी के मार्गदर्शन में सहभागिता निभा रहे हैं। इसके लिए पृथक से कॉरिडोर बनाया गया है
Created On :   8 Jun 2023 2:55 PM IST