मांगों को लेेकर प्रदर्शन: प्याज निर्यात बंदी और मेडिकल कॉलेज खोलने की आवाज हुई बुलंद

प्याज निर्यात बंदी और मेडिकल कॉलेज खोलने की आवाज हुई बुलंद
  • प्याज निर्यात बंदी को लेकर आक्रामक हुई किसान सभा
  • विभिन्न मांगों को लेकर संगठनों ने कलेक्ट्रेट पर दस्तक दी
  • निर्यात बंदी से प्याज के दाम गिरकर किसानों की आय कम होगी
  • मेडिकल कॉलेज की मांग को लेकर संगठन पहुंचे कलेक्ट्रेट

डिजिटल डेस्क, वर्धा. बुधवार काे अपनी विभिन्न मांगों को लेकर संगठनों ने कलेक्ट्रेट पर दस्तक दी। प्याज निर्यात बंदी को लेकर आक्रामक हुई किसान सभा ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंंच कर बंदी उठाने की मांग की। जिले में प्रस्तावित शासकीय महाविद्यालय वर्धा में ही बनाने की मांग को लेकर भारत मुक्ति मोर्चा तथा ऑफसेट विंग राष्ट्रीय मूल निवासी बहुजन कर्मचारी संगठन और संभाजी ब्रिगेड ने बुधवार को जिलाधिकारी कार्यालय पर दस्तक दी। केन्द्र सरकार ने महाराष्ट्र सहित देशभर का प्याज विदेश भेजने पर अचानक पाबंदी लगाई है। इस निर्यात बंदी से प्याज के दाम गिरकर किसानों की आय कम होगी।

पहले ही अतिवृष्टि व बेमौसम बारिश सहित अन्य आपदा से किसानों की फसलें बर्बाद हो गई। ऐसे स्थिति में किसानों का विचार कर यह निर्यात बंदी तुरंत हटाने की मांग को लेकर किसान सभा ने यशवंत झाडे के नेतृत्व में बुधवार, 13 दिसंबर को जिलाधिकारी कार्यालय पर दस्तक दी।

इस समय किसान सभा के राज्य उपाध्यक्ष यशवंत झाडे, जिला सचिव जगन चांभारे, जिलाध्यक्ष देवेन्द शिनगारे, जिला कमेटी सदस्य गणपत मेंढे, अनिल चव्हाण, पांडुरंग राउत, अविनाश जटिले, देविदास ढगे, आत्माराम कोलसे, भास्कर डवले, प्रवीण धांडे, सुधीर कंडे, रामराव कावले, वसंत शिंदे, संतोष डाहाके, शामराव कालोकर, उत्तमराव घसाड, भीमराव नाखले, चंद्रभान नाखले, विनोद नगराले मौजूद थे।

इस वर्ष हुए उपजहानि के कारण अगले वर्ष प्याज का उत्पादन कम होगा। यह ध्यान में लेकर तथा बाजार में प्याज के दर को लेकर आगामी लोकसभा चुनाव के समय हल्ला न मचे इस उद्देश्य से तुरंत निर्यात बंदी का निर्णय लिया गया। जिससे देशभर के प्याज उत्पादन किसानों की जान सरकार ने खतरे में डाल दी है। वोटों की राजनीति के लिए मतदान करनेवाले किसानों की ओर सरकार अनदेखी कर रही है। ऐसा आरोप भी किसान सभा ने ज्ञापन में किया है।

मेडिकल कॉलेज की मांग को लेकर संगठन पहुंचे कलेक्ट्रेट

जिले में प्रस्तावित शासकीय महाविद्यालय वर्धा में ही बनाने की मांग को लेकर भारत मुक्ति मोर्चा,ऑफसेट विंग राष्ट्रीय मूल निवासी बहुजन कर्मचारी संगठन ने बुधवार को जिलाधिकारी कार्यालय पर दस्तक दी। उक्त समय विट्ठल दांडगे, शुद्धोधन धनवीज, राहुल अलोणे, राजेश मून, शुभम उईके, विनायक सैयद, पल्लवी चाैधरी सहित पदाधिकारी मौजूद थे। आंदोलनकर्ताओं का कहना है कि, शासकीय महाविद्यालय वर्धा में बनता है तो किसी भी तहसील पर अन्याय नहीं होगा। सभी के लिए सुविधाजनक होगा। फिलहाल हिंगणघाट, आर्वी में वैद्यकीय महाविद्यालय को लेकर खिंचतान शुरू है।

शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय के अभाव में वर्धा जिले में आज निजी अस्पताल पर ही गरीब जनता स्वास्थ्य सेवा ले रही है। जिससे जिले की जगह पर ही वैद्यकीय महाविद्यालय बनाने की मांग की गई। वर्धा जिले के लिए घोषित हुए शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय शहर में ही बने इस मांग को लेकर संभाजी ब्रिगेड की ओर से बुधवार, 13 दिसंबर को जिलाधिकारी कार्यालय पर मोर्चा निकाला गया। इस दौरान सिविल लाइन स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी प्रतिमा परिसर में प्रदर्शन किया गया। संभाजी ब्रिगेड के तुषार उमाले के नेतृत्व में यह मोर्चा निकाला गया। आंदोलन में संभाजी ब्रिगेड के पदाधिकारी मौजूद थे।

Created On :   14 Dec 2023 1:16 PM GMT

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