- Dainik Bhaskar Hindi
- Cricket
- After Starc, Marsh and Head wreaked havoc, Australia won the second ODI by 10 wickets
भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया दूसरा वनडे : स्टार्क के बाद मार्श और हेड ने ढाया कहर, दूसरा वनडे 10 विकटों से जीती ऑस्ट्रेलिया, गेंदों के लिहाज से भारतीय टीम की सबसे बड़ी हार

हाईलाइट
- दूसरा वनडे जीतकर कंगारु टीम ने सीरीज में 1-1 की बराबरी भी हासिल की
डिजिटल डेस्क, विशाखापट्टनम। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का दूसरा मुकाबला आज विशाखापट्टनम के मैदान पर खेला गया। सीरीज का पहला मुकाबला अपने नाम करने वाली भारतीय टीम का सुपर संडे के दिन सुपर फ्लॉप शो देखने को मिला। दूसरे वनजे में भारतीय टीम के बल्लेबाजों से लेकर गेंदबाजों तक सभी ने बेहद निराशाजनक प्रदर्शन किया। जबकि पहला वनडे गवांने वाली कंगारू टीम ने मैदान में केवल जीत के इरादे से ही उतरी थी। पहले तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क और फिर मिचेल मार्श और ट्रैविस हेड की ओपनिंग जोड़ी के शानदार प्रदर्शन के दम पर ऑस्ट्रेलियाई टीम ने दूसरे वनडे में 234 गेंदे शेष रहते भारतीय टीम पर 10 विकटों से विशाल जीत दर्ज की। दूसरा वनडे जीतकर कंगारु टीम ने सीरीज में 1-1 की बराबरी भी हासिल की।
स्टार्क की आंधी में उड़े भारतीय बल्लेबाज
मुकाबले की शुरुआत में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया। पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत बेहद खराब रही। तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क की लहराती गेंदों का भारतीय बल्लेबाजों के पास कोई भी जवाब नहीं था। पावरप्ले ओवरों के अंदर ही आधी भारतीय टीम 50 रनों के भीतर ही पवेलियन लौट गई। मिचेल स्टार्क ने अपने पहले स्पेल में ही रोहित, शुभमन, सूर्या और राहुल को आउट कर दिया। इसके बाद विराट कोहली और रवींद्र जडेजा की जोड़ी ने भारतीय पारी संभालने की कोशिश की।
लेकिन युवा तेज गेंदबाज नाथन एलिस ने दोनों बल्लेबाजों को आउट कर भारतीय बैटिंग लाइन-अप को ध्वस्त कर दिया। अंत में ऑलराउंडर अक्षर पटेल ने कुछ अच्छे शॉट्स खेलकर भारतीय टीम को सौ रनों के पार पहुंचाया। लेकिन कुलदीप, शमी और सिराज सस्ते में आउट हुए और अक्षर दूसरी ओर ही खड़े रह गए। अक्षर ने नाबाद 29 रनों की पारी खेली। जबकि विराट कोहली ने 31 रन बनाकर टीम के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज रहे। ऑस्ट्रेलिया की ओर से मिचेल स्टार्क ने महज 53 रन देकर 5 विकेट चटकाए। जबकि एबॉट ने तीन और एलिस ने दो बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा।
मार्श और हेड ने खेली तूफानी पारियां
छोटे लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम को उनके ओपनिंग बल्लेबाजों ने ही जीत दिला दी। मिचेल मार्श और ट्रैविस हेड की ओपनिंग जोड़ी ने महज 11 ओवरों में 121 रनों की साझेदारी कर टीम को 10 विकटों की बड़ी जीत दिलाई। मिचेल मार्श ने 36 गेंदों में 66 रनों की पारी खेली। जबकि हेड ने भी 30 गेंदों में 51 रन बनाए। भारतीय टीम का कोई भी गेंदबाज विकेट चटकाने में सफल ना हो सका।
दोनों बल्लेबाजों की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की बदौलत ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 234 गेंदें शेष रहते भारतीय टीम को मात दी। जो वनडे क्रिकेट इतिहास में भारत के खिलाफ सबसे अधिक गेंदें शेष रहते जीत का रिकॉर्ड है। इससे पहले यह रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के नाम था जिन्होंने 212 गेंदें शेष रहते भारत पर जीत दर्ज की थी।
भोपाल: आईसेक्ट द्वारा डॉ. सी.वी. रामन विश्वविद्यालय में आयोजित किया गया फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट द्वारा लर्निंग एंड डेवलपमेंट की पहल के तहत बिलासपुर छत्तीसगढ़ स्थित डॉ. सी.वी. रामन विश्वविद्यालय में "टीम बिल्डिंग, टाइम मैनेजमेंट और सॉफ्ट स्किल्स" विषय एक दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया। आईसेक्ट भोपाल की कॉर्पोरेट एचआर टीम इस अवसर पर बिलासपुर में उपस्थित रही और श्रीमती पुष्पा कश्यप की अध्यक्षता में टीम एचआर, बिलासपुर ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस इंटरैक्टिव सत्र में 80 से अधिक फैकल्टी सदस्यों ने अपनी पूरी भागीदारी के साथ भाग लिया। विशेषज्ञ प्रख्यात वक्ता श्रीमती गीतिका जोशी जो प्रबंधन और सॉफ्ट स्किल्स में एक कॉर्पोरेट ट्रेनर हैं, ने बात करते हुए टाइम मैनेजमेंट के कई टिप्स दिए और कार्यस्थल पर प्रोडक्टिव होने के तरीके बताए। श्री गौरव शुक्ला, डॉ. सीवीआरयू के रजिस्ट्रार और प्रो-वाइस चांसलर श्रीमती जयती मित्रा ने इस तरह के प्रशिक्षण के माध्यम से कर्मचारियों को अपस्किल करने में एलएंडडी/कॉर्पोरेट एचआर टीम के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कुछ अंतराल पर अपने तकनीकी और गैर-तकनीकी कर्मचारियों के लिए ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने का भी प्रस्ताव रखा। सीवीआरयू बिलासपुर के चांसलर श्री संतोष चौबे, आईसेक्ट के निदेशक डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी और आईसेक्ट विश्वविद्यालय समूह की निदेशक श्रीमती अदिति चतुर्वेदी ने कार्यक्रम की सफलता पर टीम सीवीआरयू और कॉर्पोरेट एचआर/एल एंड डी को बधाई दी।
भोपाल: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में पांचवां वूमेन एक्सीलेंस अवॉर्ड
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के वूमेन डेवलपमेंट सेल द्वारा 5वां वूमेन एक्सिलेंस अवार्ड का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सुश्री अनुभा श्रीवास्तव (आईएएस), कमिश्नर, हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट विभाग, मध्य प्रदेश , विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ रूबी खान, डायरेक्टर, डायरेक्टोरेट आफ हेल्थ सर्विसेज, सुश्री रवीशा मर्चेंट, प्रिंसिपल डिजाइनर, ट्रीवेरा डिजाइंस, बट ब्रहम प्रकाश पेठिया कुलपति आरएनटीयू उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स, प्रो-चांसलर, आरएनटीयू एंड डायरेक्टर, आइसेक्ट ग्रुप आफ यूनिवर्सिटीज ने की।
इस अवसर पर सुश्री अनुभा श्रीवास्तव ने महिलाओं को अपनी बात रखने एवं निर्णय क्षमता को विकसित करने पर जोर दिया। महिलाओं को अपने व्यक्तिगत विकास की जिम्मेदारी लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर भी अपने विचार साझा किए। डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि हमारे जीवन में महिलाओं का एक अहं रोल होता है। चाहे वो रोल हमारी मां के रूप में हो या फिर बहन या पत्नी के रूप में। हमें हर रूप में महिला का साथ मिलता है। लेकिन ऐसा काफी कम होता है जब हम इन्हें इनके कार्य के लिए सम्मानित करते हैं। ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हमें यह अवसर देता है कि हम अपने जीवन की महिलाओं को उनके कार्यों और उनके रोल के लिए सम्मानित करें। इसी तारतम्य में आरएनटीयू पांचवां वूमेन एक्सीलेंस अवॉर्ड से इन्हें सम्मानित कर रहा है।
डॉ रूबी खान ने महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी एवं अपने स्वास्थ्य का ध्यान कैसे रखें इसकी जानकारी दी। वहीं सुश्री रवीशा मर्चेंट ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त रहने एवं किसी भी परिस्थिति पर हार ना मानना एवं परिवार और काम में संतुलन बनाए रखने के विषय में विस्तृत जानकारी दी। डॉ ब्रम्ह प्रकाश पेठिया ने देश की बढ़ती जीडीपी में महिलाओं का अहम योगदान माना। उन्होंने बताया कि जल थल एवं हवाई सीमा में भी विशेष योगदान महिलाएं दे रही हैं।
कार्यक्रम में रायसेन और भोपाल जिले की शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को वूमेन एक्सीलेंस अवार्ड से नवाजा गया। साथ ही पूर्व में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता महिलाओं को भी पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के अंत में डॉ संगीता जौहरी, प्रति-कुलपति, आरएनटीयू ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संयोजन एवं समन्वयन नर्सिंग एवं पैरामेडिकल विभाग की अधिष्ठाता एवं महिला विकास प्रकोष्ठ की अध्यक्ष डॉ मनीषा गुप्ता द्वारा किया गया। मंच का संचालन डॉ रुचि मिश्रा तिवारी ने किया।
खबरें और भी हैं...
रवींद्र जडेजा: मेरी क्रिकेट यात्रा दो महेंद्र सिंह के बीच रही है
ऐसे बचेगा वनडे क्रिकेट : क्रिकेट के भगवान ने दिया वनडे क्रिकेट को बचाने का अनोखा तरीका, मिनी टेस्ट के रुप में खेले जा सकते हैं वनडे मैच
क्रिकेट : पूर्व ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट कप्तान टिम पेन ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट से लिया संन्यास
पन्ना: जिला क्रिकेट एसोसिएशन की अंडर-14 बालक टीम सागर रवाना
लीजेंड्स क्रिकेट ट्रॉफी: 22 मार्च से लीजेंड्स क्रिकेट ट्रॉफी का होगा उद्घाटन