Aja Ekadashi 2025: अजा एकादशी पर बन रहे हैं ये अद्भुत संयोग, जानिए मुहूर्त और पूजा विधि

- हिन्दू धर्म में एकादशी तिथि का बड़ा महत्व है
- भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष में पड़ती है यह एकादशी
- व्रत से अश्वमेध यज्ञ के बराबर पुण्य फल प्राप्त होता है
डिजिटल डेस्क, भोपाल। हिन्दू धर्म में एकादशी तिथि का बड़ा महत्व है, वहीं प्रत्येक वर्ष भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को अजा एकादशी (Aja Ekadashi) के नाम से जाना जाता है। अजा एकादशी के दिन भगवान विष्णु के ऋषिकेष स्वरूप की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि, इस व्रत को रखने से अश्वमेध यज्ञ के बराबर पुण्य फल प्राप्त होता है। साथ ही जो भी व्यक्ति यह व्रत रखता है उसे सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है।
इस बार अजा एकादशी का व्रत 19 अगस्त 2025, मंगलवार को रखा जाएगा। वहीं ज्योतिषियों के अनुसार, इस इस एकादशी पर तीन अद्भुत संयोग भी बन रहे हैं। आइए जानते हैं एकादशी का मुहूर्त, संयोग और पूजा विधि...
पूजा विधि
- सूर्योदय से पूर्व उठें और नित्यक्रम से निवृत्त होकर स्नान कर साफ वस्त्र धारण करें।
- इसके बाद सूर्यदेव को जल चढ़ाएं और पहले हाथ में जल लेकर व्रत का संकल्प लें।
- घर के मंदिर को गंगा जल अथवा गोबर से लीप लगाकर शुद्ध करें।
- घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
- भगवान विष्णु का गंगा जल से अभिषेक करें।
- भगवान विष्णु को पुष्प और दीप, नेवैद्य एवं फल अर्पित करें।
- भगवान की आरती करें और उन्हें भोग लगाएं।
- भगवान विष्णु के भोग में तुलसी को जरूर शामिल करें।
- ध्यान रहे भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा भी करें।
- व्रत के दौरान एक समय फलाहार करें।
डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग- अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।
Created On :   18 Aug 2025 5:39 PM IST