सर्वार्थ सिद्धि योग में मकर संक्रांति, ये जातक होंगे प्रभावित

डिजिटल डेेस्क, नई दिल्ली। मकर संक्रांति 14 जनवरी को है। सूर्य के उत्तरायण होते ही ऋतु परिवर्तन का एहसास खुद-ब-खुद होने लगता है। सूर्य के धनु से मकर में प्रवेश के इस दिन पर सर्वार्थ सिद्धि योग है। इस दिन भी स्नान दान एवं पूजन का अत्यधिक महत्व है। शुभ दिन पर पुण्यकाल में पूजा व स्नान का मुहूर्त 3 घंटे 53 मिनट है।
बारी-बारी से भ्रमण
सूर्य अभी धनु राशि में है और 14 को राशि परिवर्तन करेगा। सूर्य के इसी परिवर्तन को मकर संक्रांति कहा जाता है। सूर्य 12 माह में बारी-बारी से प्रत्येक राशि में भ्रमण करता है। जिसका असर उस राशि सहित उसके आगे व पीछे की राशि पर भी स्पष्ट देखने मिलता है। साथ ही अन्य राशियों के जातक भी इस परिवर्तन पर थोड़ा बहुत प्रभावित होती हैं।
दोपहर का करेगा प्रवेश
पवित्र नदी तटों पर इस दिन सर्वाधिक भक्त पहुंचते हैं। गंगा के साथ नर्मदा व संगम में लाखों की भीड़ देखने मिलती है। 14 जनवरी को सूर्यास्त शाम 5 38 बजे होगा। वहीं दोपहर 1.45 बजे सूर्य धनु से मकर राशि में प्रवेश कर जाएगा।
इसी दिन परिजात योग
मकर संक्रांति सर्वार्थ सिद्धि योग रविवार को पड़ने की वजह से इसका महत्व और अधिक माना जा रहा है। शनिवार को रात 1.13 मिनिट पर सर्वार्थ सिद्धि योग लगेगा जो रविवार को सूर्योदय के समय रहने से दिवस पर्यंत तक है। इसी दिन परिजात योग भी बन रहा है। गुरू और मंगल इस अवसर पर तुला राशि में रहेंगे। इसी स्थिति को परिजात योग कहा जाता है। इसका असर भी संबंधित राशियों पर देखने मिलता है।
इनका करें दान
सूर्य पूजा के साथ ही मकर संक्रांति पर तिल गुड़ और तिल के लड्डुओं के दान का अत्यधिक महत्व है। इस दिन खिचड़ी दान को भी पुण्यकारी व शुभ फल देने वाला बताया गया है। मान्यता है कि इस दान से सूर्यदेव के साथ भगवान विष्णु आैर शिव का भी आशीर्वाद मिलता है।
Created On :   4 Jan 2018 10:17 AM IST