दिन के ये डेढ़ घंटे हैं अशुभ, इस काल में ना करें कोई भी मांगलिक कार्य

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राहुकाल में कोई भी शुभ और मांगलिक कार्य प्रारंभ नही करने चाहिए। ऐसा माना जाता है कि राहुकाल में प्रारंभ किए गए किसी भी कार्य के लिए अधिक प्रयास करना होता है। इस काल को घर से निकलने के लिए भी शुभ नही माना गया है। जो लोग राहुकाल में विश्वास रखते हैं वे आमतौर पर इस दौरान किसी भी अच्छे या मंगलकारी कार्य को करने से बचते हैं।
राहुकाल दिन और तिथि के अनुसार अलग-अलग होता है, किंतु मुख्य रूप से यह सूर्यास्त से पूर्व ही पड़ता है। यदि राहुकाल को देखकर कोई कार्य किया जाए तो मुसीबत से बचा सकता है। कई बार इस काल में किया गया कार्य सफल भी नही होता। साथ ही एक ऐसी मुश्किल खड़ी होती है जिसे कई दिनों सुलझाना संभव नही होता। राहुकाल सूर्योदय के समय पर भी निर्भर करता है। यहां हम आपको राहुकाल से जुड़ी कुछ खास बातें बताने जा रहे हैं...
-सोमवार से लेकर रविवार तक पूरे सप्ताह हर दिन राहुकाल का समय होता है, किंतु प्रतिदिन ये समय या काल अलग-अलग होता है।
-राहुकाल का समय लगभगा 90 मिनट का होता है अर्थात करीब डेढ़ घंटे का समय, जब आपको मंगल कार्यों को करने से बचना चाहिए।
-राहु को छाया ग्रह माना गया है, जो कि अशुभ है और अपनी कुदृष्टि से जातक को प्रभावित करता हैं। यह व्यक्ति की बुद्धि पर अपना आधिपत्य जमाने में भी देर नही करता।
-रविवार, मंगलवार व शनिवार को राहुकाल का विशेष विचार माना जाता है। कई बार लोग इसे रात्रि में भी मानते हैं, किंतु ऐसा उर्पयुक्त नही है।
-राहुकाल में मकान, दुकान का उद्यापन, विवाह की बात, सगाई, मशीनी उपकरणों की खरीदी इत्यादि से बचना चाहिए। इन पर राहु की छाया जल्द ही प्रभाव डालती है।
-राहुकाल का समय प्रतिदिन कैलेंडर, अखबार आदि में देखा जा सकता है। इसके लिए आपको किसी विशेष मार्गदर्शन की आवश्यकता नही।
Created On :   9 Jan 2018 1:25 AM IST