राशि के अनुसार, अगले जन्म में भी फलदायी होगा इस दिन किया गया दान

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रविवार के दिन दोपहर 12 बजे से लेकर शाम 5.15 बजे तक पुण्यकाल हैं। यह दिन अतिविशेष माना जा रहा है। पारिजात योग बनने एवं सर्वार्थ सिद्धि का शुभ काल होने की वजह से इस दिन किए गए अधिकांश कार्य सफलता की ओर ही संकेत करते है। अब तक आप समझ ही गए होंगे, यहां हम बात कर रहे हैं 14 जनवरी 2018 को पड़ने वाली मकर संक्रांति की।
रविवार सूर्य का ही दिन है और मकर संक्रांति
दिन खरमास समाप्त होगा। पुण्यकाल में किया गया दान अगले जन्म में भी फलदायी होगा। रविवार सूर्य का ही दिन है और मकर संका्रंति पर भी सूर्य को अघ्र्य देने का महत्व है। इस वजह से यह दिन और भी फलदायी बना हुआ है।
5 घंटे होगा सूर्य का संचरण
मकर संक्रांति के दिन सूर्य उत्तरायण होंगे और धनु से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। यह संचरण करीब 5 घंटे का बताया जा रहा है। संक्रांति के दिन की यह प्रक्रिया स्वाभाविक है और हर साल इसी काल में यह देखने मिलती है। इस प्रक्रिया को अन्य ज्योतिष मुहूर्तों व शुभ योगों के अनुसार मकर संक्रांति कहा जाता है।
इस दिन दान का अत्यधिक महत्व
इस दिन दान का अत्यधिक महत्व है खासकर खिचड़ी, चावल, तिल का, किंतु इस दिन यदि आप अपनी राशि के अनुसार भी दान करते हैं तो उसका भी पुण्यफल आपको प्राप्त होता है। किसी गरीब और ब्राम्हण को भोजन कराने से भी इस दिन और दान का महत्व आपके लिए और बढ़ जाता है।
मेष- कंबल, शाॅल, कोई तांबे की वस्तु
वृष- तिल, चावल
मिथुन-तिल के लड्डू, गुड़
कर्क-तिल, खिचड़ी, कोई श्वेत वस्तुसिंह-गुड़, मूंग दाल
कन्या- तिल, दाल
तुला - विभिन्न प्रकार के अनाज
वृश्चिक- तिल, चावल व दही
धनु- तिल, खिचड़ी,
मकर -तिल, दाल, चावल
कुंभ- कंबल, तिल
मीन- खिचड़ी, मूंग दाल, कंबल
Created On :   9 Jan 2018 1:57 AM IST