कुंभ संक्रांति 2018 : इस दिन सर्वाधिक पुण्यदायी है यह दान

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सूर्य के कुंभ राशि से मकर राशि में संक्रमण काल को कुंभ संक्रांति के नाम से जाना जाता है जो किस इस वर्ष 12 फरवरी 2018 रविवार के दिन है। इस दिन पवित्र नदियों गंगा, नर्मदा में स्नान के बाद दान का अति महत्व है। मनुष्य को इस दिन के विधान पूर्ण करने से ना सिर्फ जन्म मकण के चक्र से छुटकारा मिलता है, बल्कि उसके समस्त पापों का भी नाश हो जाता है।
यहां पहुंचते हैं हजारों श्रद्धालु
कुंभ संक्रांति पर प्रयाग, हरिद्वार के तट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचकर पूजा अर्चना करते हैं। साधु, संतों का जमावड़ा भी मोक्ष की कामना से गंगा के तट पर देखने मिलता है।
ऐसे मिलेगा भगवान विष्णु के चरणाें में स्थान
भारत के पूर्वी भागों में इसी दिन से कुंभ मास का भी प्रारंभ होता है। ऐसी मान्यता है कि कुंभ संक्रांति के इस दिन गरीबों को दान, ब्राम्हणों को भोजन कराने से पुण्य फल प्राप्त होते हैं, किंतु यदि इस दिन गाय को भोजन कराया जाए तो भगवान विष्णु के चरणो में स्थान प्राप्त होता है। गाय का पूजन पुण्यफलों को प्रदान करने वाला एवं दान करना अश्वमेघ यज्ञ के समान फल प्रदान करने वाला होता है। सामथ्र्य के अनुसार इस दिन वस्त्र आदि का दान भी किया जा सकता है।
मिलता है उच्च पद प्रतिष्ठा एवं सूर्य का तेज
हिंदू पंचांग के अनुसार यह 11 वें माह का प्रारंभ का दिन और अतिशुभ माना गया है। इस वर्ष रविवार का दिन होने की वजह से सूर्य का संयोग भी कुंभ संक्रांति के दिन बन रहा है। अतः भगवान विष्णु के साथ ही यदि आप गंगा स्नान कर सूर्य को अघ्र्य देते हैं तो आपकी समस्त मनोकामनाएं शीघ्र ही पूर्ण होती हैं साथ ही सूर्य के समान ही तेज भी प्राप्त होता है। उच्चपद, मान सम्मान एवं प्रतिष्ठा भी प्राप्त होती है।
Created On :   8 Feb 2018 11:35 AM IST