3 फरवरी को उदित होगा शुक्र तारा, फिर शुरू होंगे विवाह मुहूर्त

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सर्वार्थ सिद्धि योग में 3 फरवरी 2018 को शुक्रतारा उदय हो रहा है। इसके पश्चात एक बार फिर शुभ कार्य प्रारंभ होंगे। वैदिक ज्योतिष शास्त्र में गुरू एवं शुक्र को ग्रह तारा माना गया है। इनके अस्त होने पर किसी भी शुभ कार्य की अनुमति नही होती। 3 फरवरी को यह पश्चिम दिशा में उदित होगा। इस दिन स्वयंसिद्ध अबूझ मुहूर्त रहेगा। शुक्र के अस्त होने से शुभ कार्यों पर प्रतिबंध लग गया था, किंतु शुक्र के उदय होने के बाद एक बार फिर मधुर धुन सुनाई देगी।
दाम्पत्य का स्थिर कारक
विवाह मुहूर्त में शुक्र का अत्यधिक महत्व माना गया है। इसे नैसर्गिक भोग-विलास एवं दाम्पत्य का स्थिर कारक कहा जाता है। शास्त्राें के अनुसार शुक्र के अस्त होने पर विवाह का निषेध है। यदि इस घड़ी में ऐसा किया जाए तो व्यक्ति दाम्पत्य सुख से वंचित रह सकता है। अतरू शुक्र के उदय होने पर ही विवाह बंधन में बंधना ही उर्पयुक्त होता है।2017 में देवउठनी से विवाह मुहूर्त प्रारंभ नही हो सके थे। इसके बाद भी शुभ कार्यों के मुहूर्त कम ही आए, किंतु अब 3 फरवरी से ये एक बार फिर प्रारंभ हो सकेंगे। हालांकि साल 2018 में भी विवाह मुहूर्त काफी कम बताए जा रहे हैं।
नही किए जा सकते वास्तु शांति कर्म
ज्योतिष विज्ञान में शुक्र की गति स्वाभाविक रूप से तेज बतायी गई है। जिसकी वजह से वह गुरू से आगे निकल जाता है। शुभ कार्यों के लिए गुरू एवं शुक्र दोनों का उदित होना आवश्यक है। इनके अस्त होने पर सिर्फ विवाह ही नहीं वास्तु शांति कर्म भी नही किए जा सकते। वहीं दूसरी ओर ऐसा माना जाता है कि शुक्र के अस्तकाल में यात्रा करने से प्रबल शत्रु भी जातक के वशीभूत हो जाता है। वह उससे मित्रता करता है जातक की विजय का मार्ग खुलता है।
शुभ विवाह तिथि मुहूर्त
फरवरी- 3,4,6,7,18
मार्च - 3,5,7,8,12
अप्रैल- 18,19,20,24,25,27,29
मई- 1,3,5,6,9,11,12
जून- 17 से 22,25,27,23
जुलाई- 2,3,5,6,10,11,15
दिसंबर- 10,11,13,14,15
Created On :   6 Jan 2018 9:03 AM IST