आज शनि अमावस्या, नववर्ष में 3 शनि अमावस्या का योग, इन राशि वालों को होगा लाभ

डिजिटल डेस्क । नववर्ष में ग्रह और नक्षत्रों की चाल भी बदलेगी। ज्योतिष गणना में ये साल 3 शनि अमावस्या के योग के चलते विशेष माना जा रहा है। अंक ज्योतिष में वर्ष 2019 का आरम्भ योग 3 से है, जो गुरु ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है। विशेष बात ये है कि नव वर्ष का पहला दिन मंगलवार है और गुरु ग्रह वृश्चिक राशि (मंगल की राशि) में भी विद्यमान है, जो कि विशेष फल की प्राप्ति करवायेगा। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक मेष, कर्क, सिंह, वृश्चिक, धनु व मीन राशि वालों के लिए ये साल कुछ विशेष ही रहेगा।
नए साल में तीन शनि अमावस्या का विशेष योग बन रहा है। जिसमें साल की पहली शनि अमावस्या पौष माह के कृष्ण पक्ष में 5 जनवरी 2019 को पड़ रही है। इस शनि अमावस्या के दिन में 3:10 बजे तक मूल नक्षत्र है। दूसरी शनि अमावस्या शनिवार 4 मई 2019 में वैशाख माह के कृष्ण पक्ष को है, इस दिन 3:47 बजे तक आश्विनी नक्षत्र है। तीसरी शनि अमावस्या शनिवार 28 सितम्बर 2019 आश्विनी माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या के दिन है, इस दिन रात्रि 10:20 बजे तक उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र रहेगा। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार शनि को प्रसन्न करने के लिए शनि अमावस्या के दिन शनिदेव की पूजा-अर्चना, साधना के लिए महत्वपूर्ण, वांक्षित फलदायक बताया गया है।
राशि के अनुसार उपाय करने से शीघ्र ही उचित लाभ प्राप्त होता है।
मेष राशि वालों के लिए :-
शनि दशम भाव (राज्य, नौकरी, पिता, व्यापार) व एकादश भाव ( आय-बड़े भाई के लिए) से संबंधित होने से शनि को अनुकूल बनाना आवश्यक है।
उपाय :- तिल के तेल को कच्ची जमीन पर गिराना ठीक रहेगा। साथ ही छाया दान करने से बचें।
वृषभ राशि वालों के लिए :-
शनि (भाग्य, धर्म, यश भाव) के साथ दशम (कर्म, राजनीति, पिता, व्यापार भाव) का स्वामी है। यदि यहां उसकी स्थिति अशुभ है तो।
उपाय :- शनि को प्रसन्न करने के लिए सरसों का तेल जमीन पर डालें। काले तिल स्नान करते समय जल में डालने से भी शनि का अशुभ प्रभाव कम होगा।
मिथुन राशि वालों के लिए :-
शनि अष्टम (आयु भाव) के साथ नवम (भाग्य भाव) का स्वामी होने से अशुभ स्थिति में भाग्य को कमजोर करता है व स्वास्थ्य पर भी प्रभाव डालता है।
उपाय :- तिल का तेल कच्ची जमीन पर डालें।
कर्क राशि वालों के लिए :-
शनि सप्तम जीवनसाथी व दैनिक व्यवसाय के साथ आयु भाव यानी अष्टम का भी स्वामी होता है।
उपाय :- स्नान के समय काले तिल को जल में डालकर स्नान करें एवं सरसों का तेल शनि प्रतिमा पर चढ़ावें साथ ही काले या नीले फूल चढ़ाएं।
सिंह राशि वालों के लिए :-
शनि सप्तमेश व षष्ट (कर्ज-शत्रु भाव) का स्वामी होता है।
उपाय :- शनि का अशुभ प्रभाव शांत करने के लिए शनिदेव को प्रत्येक शनिवार सरसों का तेल अर्पित करें। और यह कार्य शनि अमावस्या से आरंभ कर सकते हैं।
कन्या राशि वालों के लिए :-
शनि पंचम (विद्या, संतान, प्रेम भाव) का स्वामी होने के साथ षष्ट भाव का स्वामी भी होता है। शनि का अशुभ प्रभाव हो तो इस भाव से संबंधित हर रिश्ते और घटना को प्रभावित करता है।
उपाय:- शनिदेव को शांत करने हेतु कच्ची जमीन पर तिल का तेल गिराएं।
तुला राशि वालों के लिए :-
शनि चतुर्थ (जनता, माता, स्थानीय राजनीति, मकान-भूमि) व पंचम (संतान, विद्या भाव का स्वामी) होकर सर्वाधिक कारक होता है। उनकी कृपा से ही सब सुखों में वृद्धि व संतान लाभ रहता है।
उपाय :- शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए सरसों का तेल कच्ची जमीन पर गिराने से लाभ होगा।
वृश्चिक राशि वालों के लिए :-
शनि तृतीय (पराक्रम, छोटा भाई व शत्रु के साथ साझेदारी) व चतुर्थ भाव का स्वामी होता है। इसे अनुकूल बनाने हेतु उपाय करें।
उपाय :- काले तिल का तेल जमीन पर गिराएं।
धनु राशि वालों के लिए :-
शनि द्वितीय स्थान (वाणी, धन की बचत, कुटुंब व पराक्रम) को प्रभावित करता है। इसे अनुकूल बनाने के लिए उपाय :- काले उड़द जल में डालकर स्नान करें व शनि देव को सरसों का तेल चढ़ाएं।
मकर राशि वालों के लिए :-
शनि लग्न व द्वितीय भाव का स्वामी होगा। अशुभ प्रभाव होने से कार्यक्षमता प पराक्रम को प्रभावित करेगा। अनुकूलता हेतु उपाय करें।
उपाय :- नीले फूल बहते जल में डालें व सरसों का तेल जमीन में गिराएं।
कुंभ राशि वालों के लिए :-
शनि द्वादश भाव (व्यय, बाहरी मामलों के साथ विदेश व स्वयं को) प्रभावित करता है। इसे अनुकूल बनाने के लिए उपाय करें।
उपाय :- सरसों का तेल चढ़ाएं व उड़द जल में डाल कर स्नान करें।
मीन राशि वालों के लिए :-
शनि एकादश भाव (आय व व्यय भाव) का स्वामी होता है। इसके अशुभ होने से आय में कमी व विदेश यात्रा में रुकावटें आती हैं।
उपाय:- शुभ परिणाम हेतु कच्ची जमीन पर काले तिल या सरसों का तेल गिराएं। आपको ज्ञात हो कि जिसे भी शनि की दशा या साढ़ेसाती चल रही हो तब भी कच्ची जमीन पर तिल का तेल डालने से शुभफल प्राप्त होते हैं।
Created On :   2 Jan 2019 12:29 PM IST