तिल द्वादशी आज : एकादशी, माघ स्नान के समान ही मिलेगा इसका पुण्य

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। माघ मास की शुक्ल पक्ष की द्वादशी को तिल द्वादशी का व्रत किया जाएगा। जो कि इस बार 28 जनवरी 2018 रविवार को मनाया जा रहा है। कृष्ण पक्ष में यह 13 जनवरी को किया गया था। यह दिन भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन खासतौर पर श्रीहरि का पूजन तिल से किया जाता है। यह व्रत करना मनुष्य के लिए अति पुण्यकारी बताया गया है।
तिल दान का है बहुत महत्व
पद्मपुराण में इस व्रत के महत्व का उल्लेख दिया गया है। इसके अनुसार माघ मास में स्नान के समान ही इस व्रत को धारण करने का पुण्य फल प्राप्त होता है। एक स्थान पर महाभारत में ऐसा उल्लेख दिया गया है कि जो भी व्यक्ति व्रत पूजन के उपरांत तपस्वियों को तिल का दान करता है वह कभी भी नरक का भागी नही होता। उसे भगवान विष्णु की कृपा से जीवन में अनेक सुखों की प्राप्ति होती है। साथ अंतकाल में स्वयं सृष्टि के संचालक उसे अपने चरणों में स्थान देते हैं।
मिलेगा भगवान के चरणों में स्थान
माघ मास का प्रत्येक दिन पर्व के समान ही माना गया है। शास्त्रों में प्रत्येक दिन के लिए नियम बताए गए हैं। इसी माह में कृष्ण और शुक्ल पक्ष की द्वादशी सबसे उत्तम बतायी गई है। यदि पूरे माह किसी वजह से नियमों का पालन करना संभव नही है तो तिल द्वादशी के दिन व्रत नियम कर विधि-विधान से पूजा कर भगवान विष्णु को प्रसन्न कर उनके चरणों में स्थान प्राप्त किया जा सकता है।
मिलता है इस व्रत का पूर्ण पुण्य
एकादशी के समान ही तिल द्वादशी का व्रत भी आपके चित्त और मन को शांत प्रदान करने वाला पुण्यकारी बताया गया है। ओम नमो भगवते वासुदेवाय नमः मंत्र का जाप करने से जीवन काल में जाने-अनजाने में किए गए पापों से मुक्ति मिलती है। एवं इस व्रत का पूर्ण पुण्य आपको प्राप्त होता है।

Created On :   24 Jan 2018 9:59 AM IST