दो दिन तक ये शुभ योग, पुष्य नक्षत्र आज, यहां पढ़ें खरीदारी का शुभ मुहूर्त

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आज से दिवाली उत्सव ने दस्तक दे दी है। शुक्रवार 13 अक्टूबर सुबह 7.45 बजे से पुष्य नक्षत्र योग है। जो कि इस बार दो दिन है। अर्थात 13 अक्टूबर से सर्वार्थ सिद्धि योग शुरू होकर 14 अक्टूबर तक रहेगा। शुक्रवार का दिन होने की वजह से यह शुक्र पुष्य कहलाएगा। इस दिन को शास्त्रों में माता लक्ष्मी का माना गया है, जिसकी वजह से इसका महत्व दाेगुना हाे जाता है। पहले दिन (शुक्रवार) बाजार से सौंदर्य प्रसाधन की सामग्री व शनिवार को सोना, वाहनों आदि की खरीदी शुभ रहेगी। शुक्र सौंदर्य का कारक ग्रह माना जाता है। इस कारण इस संयोग में लोग सौंदर्य यानी घर की सजावट से जुड़ी टेबल, सोफा, बेड, नए कपड़े, बर्तन व इलेक्ट्रॉनिक आयटम आदि खरीद सकते हैं।
शनिवार का पूरा दिन
पुष्य नक्षत्र का शुभ योग 14 अक्टूबर को सुबह 7.00 बजे यानी सूर्योदय के बाद तक रहेगा। जिसकी वजह से यह पूरा दिन भी शुभ व मान्य है। इस दिन शनिवार होने से यह शनि पुष्य कहलाएगा। पुष्य के स्वामी बृहस्पति और उपस्वामी शनि है। दिवाली पर बन रहे त्रिग्रही योग की वजह से पुष्य नक्षत्र दो दिन का माना जा रहा है।
होता है दोगुना
पुष्य काे नक्षत्रों का राजा व पुष्य नक्षत्र साल का सबसे बड़ा एवं उत्तम योग माना जाता है। इस दिन बही-खाते, पेन, सोना-चांदी की खरीददारी अन्य दिनों और मुहूर्त से भी ज्यादा शुभ बताई गई है। ऐसी मान्यता है इस दिन खरीदा गया सोना दोगुना होता है। यही वजह है कि दिवाली से पहले आने वाले पुष्य नक्षत्र का सालभर इंतजार हाेता है।
खरीदारी के लिए चौघड़िया मुहूर्त
काल सुबह 7.33 तक दवा, खाद्यान्न
शुभ 9.13 तक वाहन,मशीन,कपड़ा,शेयर,घरेलू सामान
चर 14.12 तक गाड़ी, गतिमान वस्तु
लाभ 15.51 तक लाभ कमाने वाली मशीन,औजार, कंप्यूटर,शेयर
अमृत 17.31 तक जेवर, बर्तन, खिलौना, कपड़ा, स्टेशनरी
काल 19.11 तक घरेलू सामान, खाद्यान्न
महत्वपूर्ण तिथियां
- 17 को धनतरेस, प्रदोष व्रत
- 18 को सर्वार्थ सिद्धी योग, रूप चतुर्दशी
- 19 को दिवाली, स्नान दान अमावस्या, चंद्रमा का तुला राशि में प्रवेश
- 20 को गोवर्धन पूजा
- 21 को सर्वार्थ सिद्धी योग, त्रिपुष्कर योग में भाई दूज मनाई जाएगी



Created On :   13 Oct 2017 9:23 AM IST