इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्निकल स्टडीज: IMTS ने फिर दिखाया अपना वैश्विक प्रभाव, छात्र को मिला यूके की जानी-मानी कंपनी में काम करने का मौका

IMTS ने फिर दिखाया अपना वैश्विक प्रभाव, छात्र को मिला यूके की जानी-मानी कंपनी में काम करने का मौका
लाइव क्लासेस, कोडिंग प्रैक्टिस और एक्सपर्ट की मदद से मैं एआई इंटरव्यू के लिए तैयार हो गया।

नई दिल्ली, 18 जून: इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्निकल स्टडीज (IMTS) के छात्र राहुल शर्मा को लंदन की एक टेक कंपनी में सीनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर 45 लाख रुपए सालाना का पैकेज मिला है। यह संस्थान के इतिहास में सबसे बड़ा अंतर्राष्ट्रीय प्लेसमेंट है। राहुल ने 2024 में IMTS से एआई स्पेशलाइजेशन के साथ एमएससी आईटी की डिग्री पूरी की थी। उनका एप्लिकेशन नंबर IMTS/2024/MSC-IT/4287 है। लंदन की कंपनी ने उन्हें 42,000 पाउंड (53,248.57 डॉलर) सालाना का पैकेज दिया है।

दस साल बाद मिली सफलता

राहुल पिछले दस साल से भारत की एक स्टार्टअप कंपनी में काम कर रहे थे। वहां उनकी सैलेरी 25 लाख रुपए सालाना थी, लेकिन प्रमोशन नहीं मिल रहा था। इसके बाद उन्होंने IMTS में दाखिला लिया। राहुल का कहना है, "मेरे पास अनुभव था लेकिन मास्टर डिग्री और एआई की जानकारी नहीं थी। इसी वजह से आगे नहीं बढ़ पा रहा था।"

IMTS के एमएससी आईटी प्रोग्राम में एआई एजेंट डेवलपमेंट, मशीन लर्निंग, डीप लर्निंग और नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग की पढ़ाई होती है। कोर्स पूरी तरह ऑनलाइन है और काम करने वाले लोगों के लिए बनाया गया है। राहुल के अनुसार, "लाइव क्लासेस, कोडिंग प्रैक्टिस और एक्सपर्ट की मदद से मैं एआई इंटरव्यू के लिए तैयार हो गया।"

नई नौकरी में राहुल को बेस सैलेरी के अलावा परफॉर्मेंस बोनस, हाउसिंग अलाउंस, वीजा स्पॉन्सरशिप और हेल्थ बेनिफिट्स भी मिल रहे हैं। IMTS के प्लेसमेंट डायरेक्टर के मुताबिक, यह करियर वैल्यू में 200% से ज्यादा की बढ़ोतरी है।

संस्थान का प्लेसमेंट रिकॉर्ड

IMTS के प्लेसमेंट सेल की 200 से ज्यादा कंपनियों के साथ पार्टनरशिप है। संस्थान का दावा है कि पिछले पांच साल से 95% स्टूडेंट्स को प्लेसमेंट मिल रहा है। प्लेसमेंट की सुविधाओं में रिज्यूमे बनाना, मॉक इंटरव्यू, कम्युनिकेशन ट्रेनिंग और करियर काउंसलिंग शामिल है।

अंतर्राष्ट्रीय बाजार में एआई स्किल वाले भारतीय इंजीनियरों की मांग बढ़ रही है। IMTS के स्टूडेंट्स अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और यूरोप में नौकरी पा रहे हैं। संस्थान अब क्लाउड कंप्यूटिंग और डेटा साइंस के कोर्स भी शुरू कर रहा है।

राहुल की सफलता से IMTS के दूसरे स्टूडेंट्स भी प्रेरित हुए हैं। एक छात्र ने कहा, "अब लगता है कि विदेश में नौकरी और बड़े प्रमोशन संभव हैं।" IMTS जल्द ही एक लाइव सेशन का आयोजन करेगा जिसमें राहुल अपने अनुभव साझा करेंगे।

काम करने वालों के लिए खुशखबरी

IMTS का यह प्रोग्राम खासकर उन लोगों के लिए है जो काम करते हुए पढ़ाई करना चाहते हैं। संस्थान के संस्थापक का कहना है कि डिग्री नहीं होने से कई लोगों का करियर रुक जाता है। राहुल का मामला साबित करता है कि सही डिग्री और स्किल से करियर में बड़ा बदलाव संभव है।

Created On :   21 Jun 2025 1:20 PM IST

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