रिव्यू: 'सो लॉन्ग वैली' विक्रम कोचर और त्रिधा चौधरी के जबरदस्त अभिनय , सस्पेंस, ट्विस्ट से भरा क्राइम ड्रामा

- कलाकार: त्रिधा चौधरी, आकांक्षा पुरी, विक्रम कोचर, मान सिंह, अलीशा परवीन
- निर्देशक: मान सिंह
- निर्माता: मान सिंह
- क्रिएटिव प्रोड्यूसर: मोहसिन खान
- बैनर: सौर्य स्टूडियोज़
- अवधि : 2 घंटा 04 मिनट
- रिलीज की तारीख: 25 जुलाई 2025
- सेंसर: यूए
- रेटिंग : 4 स्टार्स
इस पुरुष प्रधान समाज में महिलाएं या तो समझौता कर लेती है या आत्महत्या, मगर रिया (आकांक्षा पूरी) ने महिला शक्ति का परिचय दिया. इस सप्ताह सिनेमाघरों मे प्रदर्शित हुई क्राइम थ्रिलर फिल्म सो लॉन्ग वैली' का यह संवाद बहुत प्रासंगिक है. बेटी बचाओ, महिला सुरक्षा के नारे लगाने के बावजूद महिलाओं की सुरक्षा आज भी सवालों के घेरे मे है. निर्माता निर्देशक मान सिंह ने इस फिल्म मे रोंगटे खड़े कर देने वाले दृश्यों के साथ साथ समाज का कड़वा सच भी बड़ी हिम्मत से दिखाया है.
कहानी
फिल्म शुरू होती है इस दृश्य के साथ कि एक डरी हुई लड़की मनाली पुलिस स्टेशन पहुँचती है और इंस्पेक्टर सुमन नेगी (त्रिधा चौधरी) को बताती है कि उसकी बहन रिया (आकांक्षा पुरी) कुछ घंटे पहले शिमला से मनाली के लिए निकली थी, लेकिन अब तक घर नहीं पहुँची। जब शिमला और मनाली पुलिस उसकी तलाश शुरू करते हैं, तो एक टैक्सी ड्राइवर कुलदीप (विक्रम कोचर) शक के दायरे में आता है। लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ती है, उन्हें कुछ ऐसा पता चलता है जो पुलिस को भी चौंका देता है।
अभिनय
फिल्म की कहानी आकांक्षा पुरी और विक्रम कोचर के किरदारों के इर्द गिर्द शुरू होती है. एक साइको कुलदीप के रोल को विक्रम कोचर ने बड़ी शिद्दत से निभाया है. उनका अभिनय इस फ़िल्म की सबसे बड़ा हाईलाइट हैं रिया के किरदार में आकांक्षा पूरी ने प्रभावित किया है. इंस्पेक्टर के रोल में त्रिधा चौधरी ने भी बहुत प्रभावशाली अभिनय किया हैं आश्रम के ग्लैमरस किरदार के छाया से निकलकर एक महिला पुलिस इंस्पेक्टर के किरदार में उनके संवादों की अदायगी देखने लायक हैं इंस्पेक्टर देव की भूमिका में मान सिंह प्रभावशाली नजर आए हैं.
निर्देशन
इस क्राइम थ्रिलर कहानी का निर्देशन मान सिंह ने बड़ी कुशलता से किया है. रोमांच और कसी हुई पटकथा की वजह से दर्शकों को यह फिल्म अवश्य पसंद आने वाली है. फिल्म का प्लॉट ऐसा रखा गया है कि हर सीन के बाद दर्शकों की उत्सुकता बढ़ती जाती है, जो क्लाइमेक्स तक बरकरार रखा गया है.
क्यों देखे
फिल्म अपने क्रिएटिव और तकनीकी पहलुओं मे भी सफल है. हिमाचल की वादियों फ़िल्म का एक किरदार बनकर उभरती हैं दर्शक एक लंबे समय के बाद अच्छे अभिनय और निर्देशन से सजी कहानी पर्दे पर देख सकते हैं कहानी, पटकथा और संवाद भी मान सिंह ने बेहतर लिखे हैं. फिल्म का बैकग्राउंड म्यूज़िक भी इसका प्लस पॉइंट है.
Created On :   24 July 2025 4:23 PM IST