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दादा साहब फाल्के अवॉर्ड के लिए चुने गए अमिताभ, जीवनभर के योगदान के लिए दिया जाता है

डिजिटल डेस्क, मुंबई। बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन को सिनेमा के सबसे बड़े दादा साहब फाल्के अवॉर्ड के लिए चुना गया है। जीवनभर के योगदान पर ये अवॉर्ड दिया जाता है। मंगलवार को सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। 1969 में फिल्म सात हिंदुस्तानी से अपने करियर की शुरुआत करने वाले अमिताभ बॉलीवुड को अब तक दर्जनों हिट फिल्में दे चुके हैं।
जावड़ेकर ने कहा, 'महानायक अमिताभ बच्चन जिन्होंने 2 पीढ़ियों को एंटरटेन किया और प्रेरणा दी, उन्हें दादा साहब फाल्के पुरस्कार के लिए सर्वसम्मति से चुना गया है। पूरा देश और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय खुश है। उन्हें मेरी हार्दिक बधाई।'
The legend Amitabh Bachchan who entertained and inspired for 2 generations has been selected unanimously for #DadaSahabPhalke award. The entire country and international community is happy. My heartiest Congratulations to him.@narendramodi@SrBachchanpic.twitter.com/obzObHsbLk
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) September 24, 2019
अभिताभ को दादा साहब फाल्के अवॉर्ड के लिए चुने जाने के बाद लिजेंड्री सिंगर लता मंगेशकर ने कहा, 'मैं क्या कहूं उनके बारे में। पूरी दुनिया कहती है कि वो बहुत बड़े आर्टिस्ट है, और बहुत अच्छे इंसान है। मुझे उनकी सारी फिल्में पसंद है, लेकिन उन्होंने आनंद में बड़ा अच्छा काम किया है।'
हिंदी सिनेमा में अमिताभ बच्चन का काम अद्वितीय है। उन्हें चार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। अग्निपथ, ब्लैक, पा और पीकू के लिए उन्हें ये पुरस्कार मिला था। उन्हें 1984 में पद्मश्री, 2001 में पद्म भूषण और 2015 में पद्म विभूषण भी मिला।
बता दें कि साल 1969 में सबसे पहले ये सम्मान देविका रानी को दिया गया था। अमिताभ बच्चन से पहले 2017 में ये अवॉर्ड विनोद खन्ना को दिया गया था। जबकि साल 2015 में ये अवॉर्ड भारत कुमार के नाम से जाने जाने वाले एक्टर मनोज कुमार को मिला था। वहीं 2014 में शशि कपूर, 2013 में गुलजार और 2012 में प्राण को भी ये अवॉर्ड मिल चुका है।
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कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।