अनुपम ने शेयर की शानदार कविता, पढ़कर भावुक हो जाएंगे आप
डिजिटल डेस्क, मुम्बई। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकवादी हमले के चलते सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए। इस घटना से पूरे देश में रोष व्याप्त है। घटना के बाद बॉलीवुड सितारों ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। हाल ही बॉलीवुड एक्टर अनुपम खेर ने शहीद जवानों पर एक कविता बोली, यह कविता सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हो रही है।
We are deeply saddened to hear the horrible news of the #Pulwama tragedy. We salute our brave soldiers and their sacrifice for us. Our condolences to their families for their loss. @crpfindia #crpf pic.twitter.com/nNJfszXCB7
— Anupam Kher’s Actor Prepares (@actorprepares) February 15, 2019
अनुपन ने बताया कि "मुझे यह कविता एक Text Message के तौर पर मिली। यह एक जवान की जिंदगी की तुलना एक आम आदमी की जिंदगी से करती है। इसने मुझे भावुक कर दिया और इस बात का अहसास करा दिया कि सेना और जवानों के बलिदान को यूं ही मान लेना कितना आसान है।" यह कविता अंग्रेजी में है और हम आपको इसका हिंदी अनुवाद बता रहे हैं।
I got this poem/text as a message. It compares the life of a soldier with that of a civilian. It moved me made me realise how easy it is to take armed forces their sacrifices for granted. Please share it with the world. Thanks to the person who wrote it. #SaluteToASoldier pic.twitter.com/zcwchcDFs5
— Anupam Kher (@AnupamPKher) February 15, 2019
तुमने डिग्री के लिए तैयारी की और मैंने सबसे कड़ी ट्रेनिंग की। तुम्हारा दिन 7 बजे शुरू होता और 5 बजे खत्म हो जाता और मेरा सुबह 4 बजे शुरू होकर रात 9 बजे तक चलता रहता है। इसमें कुछ रातें भी शामिल होती थीं। तुम्हारी अपनी कॉनवोकेशन सेरेमनी होती थी और मुझे मेरी पीओपी में हिस्सा लेना होता। तुम्हें बेस्ट कंपनी ने हायर किया और सबसे अच्छा पैकेज मिला। मुझे मेरी पलटन मिली और 2 सितारे मेरे कंधे पर लगाए गए।
Feeling extremely sad and angry. More than 40 @crpfindia jawans martyred. Millions of thoughts in my mind. I hope The govt. deals with the terrorists befittingly. Also time for certain people in our own country who criticise the army to SHUT UP. pic.twitter.com/mZSgExsxQJ
— Anupam Kher (@AnupamPKher) February 14, 2019
अनुपम खेर ने कविता जारी रखते हुए पढ़ा, "तुम्हें नौकरी मिली और मुझे जिदंगी जीने का एक नया तरीका। हर शाम तुम अपने परिवार से मिलते और मैं ये दुआ करता कि जल्द ही अपने परिवार से मिल पाऊंगा। तुम रोशनी और संगीत के साथ त्यौहार मनाते और मैं अपने साथियों के साथ बंकर में पड़ा रहता। शादियां हम दोनों ने ही की थीं, तुम्हारी पत्नी तुम्हें रोज देख पाती और मेरी ये दुआ करती कि मैं सलामत रहूं।"
कविता की आखिरी लाइनों में अनुपम ने कहा, "तुम्हें बिजनेस ट्रिप्स पर भेजा जाता और मैं लाइन ऑफ कंट्रोल पर रहता। हम दोनों ही वापस लौट आए। दोनों की ही पत्नियां अपने आंसू नहीं रोक सकीं, लेकिन तुमने उसे गले लगाया और उसके आंसू पोछ दिए..... लेकिन मैं नहीं कर सका।"
Created On :   17 Feb 2019 11:35 AM IST