- ट्रैक्टर परेड में हिंसा के बाद किसान संगठनों ने टाला 1 फरवरी का संसद मार्च, 30 जनवरी को देश भर में भूख हड़ताल
- दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा पर कहा- किसान नेताओं ने भड़काऊ भाषण देकर उकसाया
- भारत में अपना कारोबार समेट रही TikTok, वर्कफोर्स में कटौती को लेकर भेजा मेल
- MHA ने COVID-19 प्रतिबंधों में ढील दी, ज्यादा क्षमता के साथ खुलेंगे सिनेमा हॉल
- राकेश टिकैत बोले- अगर कोई घटना घटी है तो उसके लिए पुलिस-प्रशासन जिम्मेदार
अनुराग कश्यप को मिला पूर्व पत्नी कल्कि कोचलिन का समर्थन

हाईलाइट
- अनुराग कश्यप को मिला पूर्व पत्नी कल्कि कोचलिन का समर्थन
मुंबई, 21 सितंबर (आईएएनएस) पूर्व पति व फिल्मकार अनुराग कश्यप पर अभिनेत्री पायल घोष द्वारा यौन उत्पीड़न का आरोप लगाए जाने के बाद अभिनेत्री कल्कि कोचलिन फिल्मकार के समर्थन में सामने आई हैं।
कल्कि ने एक खुले पत्र में कहा कि फिल्मकार ने अपनी स्क्रिप्ट्स में महिलाओं की स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी है, और पेशेवर और व्यक्तिगत स्थानों पर उनकी गरीमा का बचाव किया है।
अभिनेत्री ने सोमवार सुबह इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया, जिसमें कहा कि कश्यप ने हमेशा उन्हें अपने बराबरी में रखा और तलाक के बाद भी उनकी गरीमा के लिए खड़े रहे हैं।
कल्कि ने लिखा, प्रिय अनुराग, इस सोशल मीडिया सर्कस को अपने आप तक न पहुंचने दें, आपने अपनी स्क्रिप्ट्स में महिलाओं की आजादी के लिए संघर्ष किया है। आपने अपने व्यावसायिक स्थान के साथ-साथ अपने निजी जीवन में भी उनकी गरीमा का बचाव किया है।
उन्होंने आगे लिखा, मैं इसकी एक गवाह रही हूं, निजी और पेशेवर जगह में आपने मुझे हमेशा अपने बराबर के रूप में देखा है, आप हमारे तलाक के बाद भी मेरी ईमानदारी के लिए खड़े हुए हैं, और हमारे एक होने से पहले जब मैंने काम के माहौल में असुरक्षित महसूस किया था, तब भी आपने मेरा समर्थन किया।
कल्कि को लगता है कि यह खतरनाक समय है।
उन्होंने लिखा, यह अजीब समय है, जहां हर कोई एक दूसरे का दुरुपयोग करता है और बिना किसी नतीजे के झूठे दावे करता है, यह एक खतरनाक और अप्रिय है। यह परिवारों, दोस्तों और देशों को नष्ट कर रहा है।
कल्कि ने आगे लिखा, लेकिन गरिमा का एक स्थान है जो इस वर्चुअल रक्त स्नान से परे मौजूद है, जो आपके आस-पास के लोगों की जरूरतों पर ध्यान देने की जगह है, एक ऐसी जगह है जहां कोई भी नहीं दिखता है, और मुझे पता है कि आप उस जगह से परिचित हैं। उस गरिमा पर टिके रहें, मजबूत रहें और जो काम आप करते हैं उसे करते रहें। पूर्व पत्नी से प्यार।
कल्कि कोचलिन और अनुराग कश्यप ने साल 2011 में शादी की थी। हालांकि 2013 में दोनों अलग हो गए और साल 2015 में उन्होंने तलाक के लिए आवेदन किया।
एमएनएस/जेएनएस
कमेंट करें
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।