विद्रोही में प्रिया टंडन का किरदार : ग्रे शेड्स उन्हें बनाते हैं असली
- विद्रोही में प्रिया टंडन का किरदार : ग्रे शेड्स उन्हें बनाते हैं असली
डिजिटल डेस्क, मुंबई। साथ निभाना साथिया की अभिनेत्री प्रिया टंडन ऐतिहासिक नाटक विद्रोही में एक प्रमुख भूमिका निभाने के बारे में अपनी बात साझा की है। उन्हें अंबा के रूप में देखा जाता है, जो वर्षो से एक घरेलू नौकरानी है, जिसे परिवार का अभिन्न अंग माना जाता है।
अभिनेत्री को यह किरदार निभाने में आनंद आ रहा है और वह खुद को अक्सर अपनी ऑन-स्क्रीन भूमिका से जोड़कर देखती हैं।
वह आगे कहती हैं, अंबा परिवार के सदस्यों की सभी जरूरतें पूरा करती है, विशेष रूप से राधामणि (सुलग्ना पाणिग्रही) जो उसे छोटी बहन की तरह मानती है। परिवार के सदस्यों के बीच वह ईमानदार व वफादार रहती है और हमेशा सतर्क रहती है, लेकिन जब उसके बच्चे हरि की बात आती है, तो वह कुछ भी कर सकती है, भले ही इससे परिवार की खुशियां नष्ट होती हों। इस तरह, उसके सकारात्मक और नकारात्मक दोनों पहलू हैं। उसके ग्रे शेड्स उसे असली बनाते हैं।
यह बताते हुए कि यह शो अद्वितीय है, क्योंकि यह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के पन्नों से एक महत्वपूर्ण इतिहास को उजागर करता है, प्रिया ने कहा कि अंबा मजबूत और आत्मविश्वासी होने के साथ-साथ भावुक भी है। उन्होंने कहा, मैं पूरी तरह से उसके इस पक्ष से संबंधित हूं। साथ ही, अंबा मुझे हर बार जीवन के नए पहलू सिखाती है। यह काफी दिलचस्प है।
उन्होंने यह भी कहा कि सेट पर अद्भुत अनुभूतियां होती हैं। वह आगे कहती हैं, ऐसा लगता है कि मैं किसी त्योहार के लिए अपने रिश्तेदारों से मिलने आई हूं। सेट पर हर व्यक्ति अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने और शो की सफलता की दिशा में काम करने के लिए वहां मौजूद होते हैं।
प्रिया को बाल संवारने और मेकअप करने में 40 मिनट लगते हैं। फिर टैटू बनवाने और आभूषण पहनने में कुछ समय लगता है। उन्होंने कहा, हमारे कॉस्ट्यूम डिजाइनर ने बहुत अच्छा काम किया है और वेशभूषा अच्छी तरह से डिजाइन की गई है, बहुत अच्छी तरह से फिट भी है। मुझे इक्कत प्रिंट और आदिवासी डिजाइन पसंद हैं जो इतनी सटीक रूप से तैयार किए गए हैं।
शो में उनके लुक को मिल रही प्रतिक्रिया से अभिनेत्री खुश हैं, खासकर पर्दे और टैटू के लिए। उनके अभिनय की भी तारीफ हो रही है।
वह कहती हैं, सेट पर हर कोई इस शो को मूल समयावधि के करीब दिखाने के लिए दृढ़ संकल्पित है। इस तरह की अवधि के टुकड़ों को जुटाना मुश्किल है और उन्हें अच्छी तरह से प्रबंधित करने की जरूरत है।
आईएएनएस
Created On :   23 Dec 2021 8:00 PM IST