शाकिरा नमाजी खलीली की मडर मिस्ट्री पर आधारित है दिल दहला देने वाली सीरीज 'डांसिंग ऑन द ग्रेव, प्राइम वीडियो पर होगी रिलीज

Shakira Namazi Khalilis mother mystery is based on the heart-wrenching series Dancing on the Grave
शाकिरा नमाजी खलीली की मडर मिस्ट्री पर आधारित है दिल दहला देने वाली सीरीज 'डांसिंग ऑन द ग्रेव, प्राइम वीडियो पर होगी रिलीज
अपकमिंग सीरीज शाकिरा नमाजी खलीली की मडर मिस्ट्री पर आधारित है दिल दहला देने वाली सीरीज 'डांसिंग ऑन द ग्रेव, प्राइम वीडियो पर होगी रिलीज

डिजिटल डेस्क, मुंबई। बीते दिनों श्रद्धा मर्डर केस पूरे देश में चर्चा का विषय बना था। जहां एक प्रेमी ने बड़े ही बेरहमी से अपनी प्रेमिका की हत्या कर दी थी। इस मर्डर मिस्ट्री ने कर किसी को हैरान कर दिया था। लेकिन ये पहली बार नहीं है जब ऐसी घटना हमें सुनने को मिली है। पहले भी ऐसे कई दिल दहला देने वाले केस सामने आए हैं। आज हम 30 साल पुरानी एक ऐसी खौफनाक मर्डर मिस्ट्री की बात करने जा रहे हैं जिसने उस समय हर किसी को हैरान कर दिया था। 90 के दशक की ये घटना अब हमें स्क्रिन पर दिखाई देने वाली है जो राजघराने की शाकिरा नमाजी खलीली मैसूर की हत्या के इर्द-गिर्द घूमती है। दिल दहला देने वाली ये सीरीज 'डांसिंग ऑन द ग्रेव प्राइम वीडियो पर रिलीज होने जा रही है। 

सच्ची घटना पर आधारित 'डांसिंग ऑन द ग्रेव

पुरानी तस्वीरों, न्यूज आर्टिकल, इंटरव्यू और नाटकों के साथ बनाई गई सीरीज 'डांसिंग ऑन द ग्रेव' एक सत्य घटना पर आधारित है। जो एक राजघराने की दीवान की बेटी शाकिरा खलीली के अचानक गायब होने और मर्डर से संबंधित है। चार पार्ट वाली इस डॉक्यू-सीरीज को घटना से जुड़े लोगों से जांच करने के बाद ही बनाया गया है। 'डांसिंग ऑन द ग्रेव' सीरीज की कहानी पैट्रिक ग्राहम ने लिखी है। साथ ही वह इसको डायरेक्ट भी कर रहे हैं। वहीं, कनिष्क देव सीरीज के को-राइटर हैं। 

जानिए क्या थी मर्डर मिस्ट्री

लगभग 30 साल पहले शाकिरी खलीली की हत्या ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था, जिसकी अब पूरी कहानी प्राइम वीडियो दिखाने जा रहा है। दरअसल, बात अप्रैल 1991 की है, शाकिरा नमाजी खलीली मैसूर राजघराने की दीवान की बेटी थीं। वह रिटार्यड आईएफएस अफसर और ऑस्ट्रेलिया के हाई कमिश्नर रहे अकबर मिर्जा खलीली की पहली बीवी थी। मई 1991 में अचानक वह बैंगलोर से गायब हो गई। इसके बाद शाकिरा की तीसरी बेटी सबा खलीली ने परेशान होकर नौ महीने बाद जून 1992 में बैंगलोर के अशोक नगर पुलिस स्टेशन में अपनी मां शाकिरा खलीली की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। 

तीन साल बाद खुला राज

तीन साल बाद मई 1994 में आखिरकार शाकिरा नमाजी खलीली का पता मिल ही गया और यहीं शाकिरा खलीली भी मिल गई। लेकिन एक ताबूत में कैद, कंकाल की शक्ल में घर के आंगन में दफन। इस काम को अंजाम दिया एक ऐसे आशिक ने जिसके लिए वो सबकुछ छोड़कर आई थी। इस आशिक का नाम था स्वामी श्रद्धानंद जो मध्य प्रदेश के सागर का रहने वाला था। पूरे तीन साल तक ये आदमी उनकी कब्र के ऊपर थिरकता रहा, नाचता रहा, पार्टियां करता रहा।  

काट रहा उम्र केद की सजा

30 अप्रैल 1994 को स्वामी श्रद्धानंद को गिरफ्तार किया गया। 11 साल तक बैंगलोर सेशन कोर्ट में यह केस चला। जिसमें कुल 155 गवाहों की गवहियां हुईं। 21 मई 2005 को बैंगलोर सेशन कोर्ट ने स्वामी श्रद्धानंद को फांसी की सजा सुनाई। 3 साल बाद 22 जुलाई, 2008 को सुप्रीम कोर्ट ने फांसी की सजा को उम्र कैद में बदल दिया। तब से स्वामी श्रद्धानंद कर्नाटक के बेलगाम जेल में बंद है। 1994 में जब वो पकड़ा गया था तब वो 54 साल का था। अब उसकी उम्र 75 साल है।

प्राइम वीडियो ने कही ये बात

प्राइम वीडियो की तरफ से सीरीज 'डांसिंग ऑन द ग्रेव' की अनाउंसमेंट करते हुए कहा गया है, प्राइम वीडियो में, हम अपने अलग-अलग जॉनर में इंटरेस्ट रखने वाले दर्शकों के लिए बेहतरीन कंटेंट लेकर आते हैं। हम ने खासतौर पर क्राइम जॉनर में डॉक्यूमेंट्रीज में बढ़ती दिलचस्पी को देखा है, और दुनिया भर के दर्शकों के लिए हमारी पहली भारतीय, सच्ची अपराध बेस्ड सीरीज 'डांसिंग ऑन द ग्रेव' के लिए हम बेहद उत्साहित हैं। सीरीज 21 अप्रैल को स्ट्रीम होगी। 

 

Created On :   15 April 2023 11:31 AM GMT

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