Happy B‘day Sunny : जब लोगों ने तोला सनी देओल का ढाई किलो का हाथ, पढ़ें दमदार डॉयलॉग्स

Sunny deol birthday special celebration with dharmendra and bobby deol
Happy B‘day Sunny : जब लोगों ने तोला सनी देओल का ढाई किलो का हाथ, पढ़ें दमदार डॉयलॉग्स
Happy B‘day Sunny : जब लोगों ने तोला सनी देओल का ढाई किलो का हाथ, पढ़ें दमदार डॉयलॉग्स

डिजिटल डेस्क, मुंबई। बॉलीवुड के हीमैन धर्मेंद्र के बड़े बेटे और दमदार एक्टर सनी देओल आज 61 साल के हो चुके हैं। बॉलीवुड में आज सनी देओल का अपना एक अलग ही सिक्का चलता है। उनकी फिल्मों में चीर दूंगा-फाड़ दूंगा, टूकड़े-टूकड़े कर दूंगा, जमीन में गाड़ दूंगा जैसे डॉयलॉग सुनने का काफी मिलते हैं। बॉलीवुड में सनी देओल ने घायल", "दामिनी", "डर", "बॉर्डर", "गदर" जैसी बहुत-सी यादगार हिट फिल्में दी हैं। 31 साल के उनके फिल्मी करियर में उन्हें 2 बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से नवाजा गया है।

 

बॉलीवुड के एक्शन किंग सनी देओल अपनी दमदार आवाज के लिए काफी लोकप्रिय हैं। सनी ने बड़े पर्दे पर पाकिस्तान विरोधी भी कई भूमिकाएं निभाई हैं। वे दामिनी फिल्म के जरिए भारतीय न्याय पालिका पर सवाल उठाते हुए आम आदमी के पक्ष में भी वकालत करते नजर आए थे। उनके कई डायलॉग तो ऐसे हैं जिनकी गूंज आज तक सारे देश में सुनाई देती है। सनी देओल का "ढाई किलो का हाथ" आज उनका पैटेंट बन गया है।

लोगों ने तोला सनी का "ढाई किलो का हाथ"

एक टीवी इंटरव्यूह के दौरान दर्शकों ने सनी देओल से पूछा कि क्या सच्ची में उनका एक हाथ ढाई किलो का है। इस सवाल के जवाब में सनी ने मुस्कुराते हुए कहा कि ऐसा नहीं है। हिम्मत व्यक्ति के विश्वास और जिगर में होती है, हाथ ढाई किला का हो या नहीं ये मायने नहीं रखता है। सनी ने बताया कि कई प्रोग्राम्स में लोगों ने उनका हाथ तोला भी है।


सनी पाजी के फेमस डायलॉग्स...

#-उतार के फेंक दो ये वर्दी और पहन लो बलवंत राय के नाम का पट्टा अपने गले में...बलवंत राय के कुत्तों : फिल्म "घायल"

#-अगर मैं अपने बीवी बच्चों के लिए सर झुका सकता हूं...तो मैं सब के सर काट भी सकता हूं: फिल्म "गदर"

#-ये ढाई किलो का हाथ जब किसी पे पड़ता है न, तो आदमी उठता नहीं उठ जाता है: फिल्म "दामिनी"

#-तारीख पे तारीख, तारीख पे तारीख, तारीख पे तारीख मिलती गई माय लॉर्ड, पर नहीं मिला तो इंसाफ : दामिनी

#-पहली गोली वो चलाएगा, और आखिरी गोली हम: बॉर्डर

#-ये मजूदर का हाथ है कातिया, लोहा पिघलाकर उसका आकार बदल देता है : फिल्म "घातक"

#-इन हाथों ने सिर्फ हथियार छोड़े हैं.... उन्हें चलाना नहीं भूले। अगर इस चौखट पर बारात आएगी तो डोली की जगह अर्थियां उठेंगी। लाशें बिछा दूंगा.... लाशें - "जीत"

#-भून डालो दुश्मनों को, काट डालो इंसानों को, आज हम अपने खून से धोएंगे तेरे चरण, मां तुझे सलाम - फिल्म "मां तुझे सलाम"

#-मर्द बनने का इतना शौक है.... तो कुत्तों का सहारा लेना छोड़ दे कातिया- फिल्म "घातक"

#-तुम्हारा पाकिस्तान जिंदाबाद है इसमें हमें कोई एतराज नहीं, मगर हमारा हिन्दुस्तान जिंदाबाद था, जिंदाबाद है और जिंदाबाद रहेगा- फिल्म "गदर"

#-बलि हमेशा बकरे की दी जाती है... शेर की नहीं- "सिंग साहब द ग्रेट"

Created On :   19 Oct 2017 9:52 AM IST

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