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दैनिक भास्कर हिंदी: Veere Di Wedding Review: फिल्म के डायलॉग्स और प्रॉब्लम्स से युवा जोड़ेंगे खुद को
फिल्म: वीरे दी वेडिंग
डायरेक्टर: शशांक घोष
स्टार कास्ट: करीना कपूर खान, सोनम कपूर, शिखा तलसानिया, स्वरा भास्कर, सुमीत व्यास, नीना गुप्ता
अवधि: 2 घंटा 5 मिनट
रेटिंग: 3 स्टार
निर्देशक परिचय
फिल्म वीरे दी वेडिंग डायरेक्टर शशांक घोष के निर्देशन में बनाई गई फिल्म है। शशांक घोष फिल्म वैसा भी होता है टू, क्विक गन मुरुगन, मुंबई कटिंग, खूबसूरत जैसी फिल्में डायरेक्ट कर चुके हैं। अब उन्होंने करीना कपूर खान, सोनम कपूर, शिखा तलसानिया, स्वरा भास्कर के साथ एक एडल्ट कॉमेडी ड्रामा बनायी है। ये फिल्म चार दोस्तों पर आधारित है। इस तरह की फिल्म हम पहले भी देख चुके हैं लेकिन इस फिल्म को खास बनाया है इसकी स्टारकास्ट ने।
कहानी
फिल्म की कहानी दिल्ली के एक ही स्कूल में पढ़ने वाली चार लड़कियों से शुरू होती है। स्कूल से निकलने के 10 साल बाद चारों दोस्त यानि अवनी (सोनम कपूर), साक्षी सोनी (स्वरा भास्कर), मीरा (शिखा तल्सानिया) और कालिंदी पुरी (करीना कपूर खान) अलग-अलग स्थिति में होती हैं। साक्षी सोनी ने शादी तो कर ली लेकिन लंदन जाकर अपने पति विनीत से तलाक लेकर वापस दिल्ली आ जाती है। वहीं मीरा अपने पिता की मंजूरी के बिना अमेरिका के रहने वाले जॉन से शादी कर लेती है जिनका बेटा कबीर होता है। तीसरी तरफ दिल्ली में ही रहकर अवनी ने वकालत की पढ़ाई की और मैट्रिमोनियल वकील बन गई हैं। वहीं कालिंदी की ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई के दौरान ऋषभ (सुमित व्यास) से मुलाकात होती है और दोनों शादी का प्लान करते हैं। इसके लिए वो ऑस्ट्रेलिया से दिल्ली चले आते हैं। जब कालिंदी की शादी की खबर उसकी तीनों दोस्तों को मिलती है तो वे दिल्ली आकर एक साथ कालिंदी की शादी में शरीक होने के लिए तैयार होती हैं। इन चारों दोस्तों की जिंदगी में तरह-तरह के उतार चढ़ाव देखने को मिलते हैं। जब ये चारों दोस्त एक साथ कालिंदी की शादी के लिए मिलते हैं तो बहुत सारी कहानियां सामने आती हैं। कई मोड़ भी दिखाई देते हैं और आखिर में एक रिजल्ट निकलता है जिसे जानने के लिए आपको थियेटर की ओर रुख करना होगा और देखनी होगी ये फिल्म।
निर्देशन और पटकथा
फिल्म का निर्देशन दिलचस्प है। इस फिल्म को दिल चाहता है फीमेल वर्जन भी कहा जा सकता है। डायरेक्टर शशांक घोष ने वैसे तो पूरी फिल्म में कहीं कोई कसर नहीं रखी है। फिर भी फिल्म का एक हिस्सा ऐसा है जो और बेहतर हो सकता था। फिल्म में लड़कियों के डायलॉग तो शानदार हैं पर कहीं-कहीं पर ज्यादा गप्पबाजी में समय बर्बाद किया है जिससे फिल्म थोड़ी ठहरी हुई सी लगती है।
अभिनय और संगीत
फिल्म में अभिनय की बात की जाए तो चारों एक्ट्रेसेस ने बेहतरीन अभिनय किया है। करीना कपूर खान, स्वरा भास्कर, सोनम कपूर आहूजा और शिखा तल्सानिया ने पूरी तरह से अपने किरदारों के साथ न्याय किया है। साथ ही नीना गुप्ता, सुमित व्यास जैसे सितारों ने भी अपनी अदाकारी से इस फिल्म को रोशन ही किया है। बात की जाए फिल्म के संगीत की तो रिलीज से पहले ही इस फिल्म का संगीत लोगों के दिलों में राज कर गया था। 'तारीफां' और 'भांगड़ा ता सजदा' जैसे गाने बेहद एंटरटेनिंग हैं।
क्यों जाएं फिल्म देखने
पर्दे पर महिलाओं के ऐसे किरदार जो बोल्ड हों, कम ही देखने को मिलते हैं। अपनी इच्छाओं और सेक्स के बारे में बात करने वाले किरदार आपने देखे नहीं होंगे। 'वीरे दी वेडिंग' इस ओर एक अच्छा प्रयास है। खासकर, इसके डायलॉग्स और प्रॉब्लम्स से युवा खुद को जोड़ सकेंगे। जो लोग फैशन ट्रेंड्स या लुक्स जैसी बातों पर फोकस करते हैं तो सोनम कपूर और करीना कपूर का स्टाइल उनको निराश नहीं करेगा। फैशन और ग्लैमर के मामले में फिल्म को 5 में से 5 नंबर देना गलत नहीं होगा।
लड़कियों को आ सकती है खासी पसंद
फिल्म चार लड़कियों की कहानी पर आधारित है इसलिए जाहिर सी बात है कि ये फिल्म लड़कियों को काफी पसंद आ सकती है। फिल्म में चारों किरदार खुलकर और अपनी शर्तों पर जीने वाले बताए गए हैं। लड़कियों का सेक्स से रिलेटेड और गाली जैसे संवाद लोगों को जरूर नापसंद हो सकते हैं। फिल्म आजकल के युवाओं से कहीं ना कहीं खुद को जोड़ती है।
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।