Movie Review: ‘रेड लेटर’ – निर्देशक अजीत अरोरा की इमोशनल थ्रिलर है मस्ट वाच

‘रेड लेटर’ – निर्देशक अजीत अरोरा की इमोशनल थ्रिलर है मस्ट वाच
  • फ़िल्म समीक्षा: रेड लेटर
  • कलाकार: अजित अरोरा, कृष्णा ठाकुर, जावेद अहमद खान
  • निर्देशक: अजित अरोरा
  • निर्माता: अजित अरोरा
  • बैनर: ऑरोरा प्रोडक्शंस
  • अवधि: 37 मिनट
  • रिलीज़ तिथि: 9 अगस्त 2025
  • सेंसर: यूए
  • प्लेटफॉर्म: शेमारू ओटीटी
  • रेटिंग : ⭐⭐⭐⭐

बॉलीवुड में कंटेंट-ड्रिवेन सिनेमा की लहर चल रही है, फिल्ममेकर अजित अरोरा अपनी डेब्यू मिनी फीचर फिल्म ‘रेड लेटर’ हैं। यह फिल्म महज़ एक सस्पेंस थ्रिलर नहीं, बल्कि समाज के एक ऐसे काले सच को उजागर करती है, जिस पर अक्सर लोग नज़रें फेर लेते हैं। करीब पैतालीस मिनट की यह फिल्म उम्दा अभिनय, ब्यूटीफुल लोकेशन के

9 अगस्त 2025 को शेमारू ओटीटी पर रिलीज होने वाली यह 37 मिनट की कहानी आपको अंत तक अपनी सीट से हिलने नहीं देगी और देखते-देखते आपके मन में कई सवाल छोड़ जाएगी।

प्लॉट

फिल्म का मुख्य किरदार है ‘अभी’ (अजित अरोरा) – एक ऐसा व्यक्ति जिसे बार-बार एक डरावना सपना आता है। सपने में वह एक रहस्यमयी पुराना पत्र देखता है, जिस पर साल 1890 लिखा है।यह पत्र कौन-सा राज छुपाए हुए है? इसका ‘अभी’ के अतीत से क्या रिश्ता है? पत्नी आरवा (कृश्मा ठाकुर) के साथ इस रहस्य को सुलझाने की कोशिश में ‘अभी’ एक ऐसे सच तक पहुँचता है, जिसे पढ़कर दोनों के चेहरे का रंग उड़ जाता है।

अभिनय

‘अभी’ के किरदार में अजित अरोरा ने शानदार अभिनय किया है। उन्होंने एक ऐसे इंसान की बेचैनी, आंतरिक पीड़ा और छिपे हुए तूफ़ान को पर्दे पर बेहद बारीकी से उतारा है। यह बतौर एक्टर उनका शानदार डेब्यू है, जो साबित करता है कि वह न केवल कहानी कहने में माहिर हैं, बल्कि अभिनय में भी उतने ही सशक्त हैं। कृश्मा ठाकुर ने ‘आरवा’ को संजीदगी और ईमानदारी के साथ निभाया है, जो कहानी को भावनात्मक गहराई देती है। करीब चार पाँच किरदार के इर्द गिर्द यह किरदारों के अभिनय से प्रभावशाली बन पड़ी हैं।

डायरेक्शन

डायरेक्टर के तौर पर अजित अरोरा का विज़न फिल्म के हर फ्रेम में नज़र आता है। उन्होंने कहानी को ऐसा दृष्टिकोण दिया है, जो दर्शकों को सीधे किरदार की भावनाओं में खींच लेता है।सिनेमैटोग्राफी की बात करें तो बर्फ से ढके पहाड़, हरी-भरी वादियां और घुमावदार सड़कें न केवल दृश्य सौंदर्य बढ़ाती हैं, बल्कि सस्पेंस के माहौल को भी गहरा करती हैं। संवेदनशील और दिल छू लेने वाला जावेद अली का गाया ‘रब से है दुआ’ फिल्म को इमोशनल म्यूजिकल टच देता है।

फाइनल वर्डिक्ट

‘रेड लेटर’ एक मनोरंजक लेकिन विचारोत्तेजक फिल्म है। यह हमें एक ऐसे सामाजिक मुद्दे से रूबरू कराती है, जिस पर अक्सर लोग चुप्पी साध लेते हैं। फिल्म याद दिलाती है कि हमारे आसपास भी ऐसे चेहरे हो सकते हैं, जिनकी सोच खतरनाक है, चाहे उसका चेहरा कितना भी सामान्य क्यों न दिखे। कुल मिलाकर यह सप्ताह शेमारू ओटीटी पर रिलीज हुई ‘रेड लेटर’ को एक मस्ट-वॉच फिल्म है।

Created On :   11 Aug 2025 1:25 PM IST

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