दरअसल ओवैसी का डांस वीडियो न्यूज एजेंसी एएनआई ने 18 अक्टूबर को ट्वीट किया है। ट्वीट में लिखा है,महाराष्ट्र के औरंगाबाद में पैटण गेट पर हुई रैली के समापन के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने डांस किया। एएनआई के ट्वीट में ओवैसी मियां भाई हैदराबादी गाने पर डांस करते दिख रहे हैं। एजेंसी के मुताबिक ओवैसी ने डांस 17 अक्टूबर 2019 को किया था। वहीं कमेलश तिवारी की हत्या 18 अक्टूबर 2019 को हुई थी। इससे यह साफ है कि कमलेश तिवारी की हत्या का जश्न मनाने के लिए ओवैसी के डांस करने का दावा गलत है।
- भारत में पिछले 24 घंटे में #COVID19 के 13,823 नए मामले सामने आए। 162 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 1,52,718 हो गई है।
- J-K: अख्नूर सेक्टर पर पाकिस्तान ने तोड़ा सीजफायर, फायरिंग में 4 भारतीय जवान जख्मी
- तांडव विवाद: मुंबई पहुंची UP पुलिस, आज वेब सीरीज के डायरेक्टर-प्रोड्यूसर से होगी पूछताछ
- गुरु गोबिंद सिंह का प्रकाश पर्व आज, PM मोदी ने उनके साहस और बलिदान को किया याद
- मुस्लिम संगठनों की ओर से 22 जनवरी को बुलाया गया बेंगलुरु बंद कैंसिल
Fake News: क्या असदुद्दीन ओवैसी ने कमलेश तिवारी की हत्या पर किया डांस ?

डिजिटल डेस्क। सुदर्शन न्यूज के मैनेजिंग एडिटर और चीफ सुरेश चव्हाणके ने 20 अक्टूबर 2019 को ट्विटर एक वीडियो शेयर किया है। उन्होंने दावा किया है कि असदुद्दीन ओवैसी ने हिंदू समाज के नेता कमलेश तिवारी की हत्या के बाद डांस किया है। उन्होंने लिखा है कि चोरों और आतंकियों की मौत का मातम मनाने वाला ओवैसी कमलेश तिवारी के बलिदान के बाद झूम कर नाचा। ऐसे लगा कि जैसे इसका कोई मिशन सफल हुआ हो। इनके पोस्ट को तीन हजार से ज्यादा बार रिट्वीट किया जा चुका है।
चोरों और आतंकियो की मौत का मातम मनाने वाला ओवैसी #कमलेश_तिवारी के बलिदान के बाद झूम कर नाचा
— Suresh Chavhanke “Sudarshan News” (@SureshChavhanke) October 20, 2019
ऐसे लगा कि जैसे इसका कोई मिशन सफ़ल हुआ हो.@myogiadityanath@AmitShah और @narendramodi जी, इसका बाहर रहना न जाने और कितने #KamleshTiwari
की हत्या की वजह बनेगा@aimim_national#BindasBolpic.twitter.com/bggFOvUHWU



वहीं ओवैसी ने डांस वीडियो वायरल होने के बाद इसे गलत बताया है। इंडिया टुडे की एक न्यूज के अनुसार, ओवैसी ने कहा कि, मेरी पार्टी का चुनाव चिन्ह पतंग है। हर सभा के बाद हम पतंग उड़ाने वाला स्टेप करते है। किसी ने यह वीडियो एडिट किया है।
कमेंट करें
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।