आगरा में कोविड-19 के 40 नए मामले, मथुरा में 30

40 new cases of Kovid-19 in Agra, 30 in Mathura
आगरा में कोविड-19 के 40 नए मामले, मथुरा में 30
आगरा में कोविड-19 के 40 नए मामले, मथुरा में 30

आगरा, 26 अगस्त (आईएएनएस) आगरा जिला प्रशासन ने कोविड-19 के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए कमर कस लिया है। गौरतलब है कि संक्रमण के फैलने के कारण आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा और कासगंज में आर्थिक गतिविधियां सुस्त पड़ गई हैं।

प्रतिदिन होने वाले टेस्ट में लीप के साथ ही राज्य स्वास्थ्य विभाग ने बीते चार महीनों में चिकित्सीय ढांचे को सुव्यवस्थित किया है। लगातार किए जा रहे सैनिटाइजेशन और लोगों और पैरामेडिकल स्टाफ के लिए स्वास्थ्य शिविरों में प्रशिक्षण आयोजित करने से संक्रमण को नियंत्रित करने और मृत्यु दर गिरने में बड़ा योगदान मिला है। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों का कहना है कि ऑवरऑल रिकवरी दर स्वस्थ है।

आगरा में बीते 24 घंटों में 40 नए मामले सामने आए हैं, इसके बाद मथुरा में 30, मैनपुरी में 25, एटा में 29, फिरोजाबाद में 10 और कासगंज में 28 मामले दर्ज किए गए हैं।

आगरा में सक्रिय मामलों की संख्या 296 है। वहीं एकत्र किए गए नमूनों की संख्या 1,02,958 है और 2,189 मरीज इस संक्रमण से उबर चुके हैं।

अतिरिक्त सिटी मजिस्ट्रेट और उनके दो कर्मचारियों का कोविड-19 टेस्ट मंगलवार को पॉजिटिव पाया गया। वहीं सैनिटाइजेशन के लिए कार्यालय को दो दिनों के लिए सील कर दिया गया है।

एसएन मेडिकल कॉलेज मैनेजमेंट ने डॉक्टरों को निर्देश दिया है कि वे किसी भी सर्जरी को करने से पहले दो कोविड टेस्ट करें, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि मेडिकल स्टाफ कोरोनावायरस से सुरक्षित हैं।

स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि आगरा के सात अस्पतालों में कोविड के रोगियों के लिए 1,055 बेड हैं, जिनमें से मात्र 94 का इस्तेमाल किया जा रहा है, जबकि 165 मरीज घर में हैं।

आगरा में मेडिकल चिकित्सकों ने 2021 की शुरुआत में एक छोटी जनसंख्या विस्फोट की आशंका जताई है। इसकी वजह है कि बड़ी संख्या में प्रवासियों की वापसी हुई है और लोगों को घरों में रहने के लिए मजबूर किया जा रहा है, साथ ही परिवार नियोजन अभियान सामग्री और गर्भ निरोधकों की आपूर्ति में भी व्यवधान आया है।

कोविड -19 के खिलाफ मौजूदा लड़ाई में एक और उल्लेखनीय खासियत सामने आई है। यह खासियत महिला वारियर्स का योगदान है। स्वास्थ्य बल में करीब 70 प्रतिशत महिला चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ, आशा, संगिनी और एएनएम कार्यकर्ता शामिल हैं, जिनका काम नमूने एकत्र करना, दवाइयां वितरित करना और रोगियों की काउंसलिंग करना है।

आगरा जिले में सैकड़ों एएनएम कार्यकर्ता के अलावा 2,395 आशाकर्मी और 120 संगिनी कर्मी हैं।

एमएनएस/जेएनएस

Created On :   26 Aug 2020 4:31 PM IST

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