तमिलनाडु से लेकर दिल्ली और पंजाब तक जवानों को दे रहे इम्युनिटी बूस्टर

From Tamil Nadu to Delhi and Punjab giving immunity boosters to soldiers
तमिलनाडु से लेकर दिल्ली और पंजाब तक जवानों को दे रहे इम्युनिटी बूस्टर
तमिलनाडु से लेकर दिल्ली और पंजाब तक जवानों को दे रहे इम्युनिटी बूस्टर
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नई दिल्ली, 27 सितम्बर (आईएएनएस)। कोरोना महामारी से बचाव के लिए अब ज्यादातर राज्य अपने मानव संसाधन की इम्युनिटी बढ़ाने की राह पर हैं। तमिलनाडु से लेकर दिल्ली और पंजाब तक में सुरक्षा जवानों को इम्युनिटी बूस्टर दिए जा रहे हैं ताकि संक्रमण से उनका बचाव हो सके। देश के सात लाख आयुष चिकित्सकों को गाइडलाइंस भी भेजी जा चुकी है।

हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा था कि कोविड महामारी के प्रबंधन में आयुष चिकित्सा की भूमिका अहम है। उन्होंने बताया कि आयुष मंत्रालय के जरिए देश भर के आयुष चिकित्सकों को इम्युनिटी बूस्टर पर दिशा निर्देश भेजे जा चुके हैं।

दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए गिलोय, अश्वगंधा और तुलसी इत्यादि औषधियों से निर्मित काढ़ा का इस्तेमाल जवान कर रहे हैं। जवानों को आयुरक्षा किट उपलब्ध कराई जा रही है जिसमें काढ़ा के अलावा औषधियों से बनीं दवाएं शामिल हैं।

पंजाब में भी कुछ ही समय पहले मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पुलिस जवानों को किट वितरित करने का फैसला लिया था। इसमें एमिनिटी प्लस के अलावा मास्क, ऑक्सीमीटर व औषधियों से निर्मित दवाएं शामिल हैं।

इस किट का निर्माण करने वाली एमिल फॉर्मास्युटिकल के कार्यकारी निदेशक डॉ. संचित शर्मा ने बताया कि एमिनिटी प्लस को 51 जड़ी बूटियों से बनाया है। इनमें अश्वगंधा, गुडुची, सुंठी, हरद बड़ी, यास्तीमधु, आमला, मजीठा, हरिद्रा, नीम इत्यादि शामिल हैं। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के अलावा इसमें मौजूदा एंटी आक्सीडेंट तत्व शरीर में मौजूदा जहरीले तत्वों को बाहर निकालने में मददगार हैं।

वहीं तमिलनाडु सरकार ने भी अपने यहां कोरोना योद्घाओं को अथिमाथुराम और काबसुरा कुदिनेर इम्युनिटी बूस्टर का इस्तेमाल कराने का फैसला लिया है। इसे लेकर कोरोना योद्घाओं को किट वितरण का सिलसिला भी शुरू हो चुका है।

मुख्यमंत्री एडाप्पडी के. पलानीस्वामी ने जारी बयान में कहा है कि अब तक कोरोना वायरस का कारगर उपचार सामने नहीं आया है। ऐसे में रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत रखना ही एकमात्र विकल्प है। चूंकि कोरोना योद्घाओं को संक्रमण का खतरा ज्यादा है। इसलिए इम्युनिटी बूस्टर के इस्तेमाल का फैसला लिया।

उधर, आयुष मंत्रालय ने बताया कि इम्युनिटी बूस्टर के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए ई मैराथन का निर्णय लिया है। 28 सिंतबर से 10 अक्तूबर तक चलने वाले इस आयोजन का समापन आयुष फॉर इम्युनिटी अभियान के विहारा केंद्र बिंदु के साथ होगा। प्रतिभागी अपनी पंसद की जगह पर भाग ले सकेंगे। कंप्यूटर तकनीक आधारित एक ऐप के जरिए सभी प्रतिभागियों को जोड़ा जाएगा।

जेएनएस

Created On :   27 Sept 2020 3:01 PM IST

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