राष्ट्रपति चुनाव 2025: दक्षिण कोरिया में कल मंगलवार को होगा राष्ट्रपति चुनाव

दक्षिण कोरिया में कल मंगलवार को होगा राष्ट्रपति चुनाव
  • 73 वर्षीय कंजर्वेटिव उम्मीदवार किम मून सो पूर्व राष्ट्रपति यून सुक योल की पार्टी के प्रत्याशी
  • 60 वर्षीय ली जे म्युंग डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार हैं
  • योल के फैसले के बाद से बीते कई महीनों से मची राजनीतिक उथल पुथल

डिजीटल डेस्क, सियोल। दक्षिण कोरिया में मंगलवार को राष्ट्रपति पद के चुनाव होंगे। यहां राष्ट्रपति चुनाव राष्ट्रपति यून सुक येओल के मार्शल लॉ लगाने के विवादास्पद फैसले और उन्हें पद से हटाए जाने के बाद हो रहे है। खबरों के मुताबिक डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता ली जे-म्यूंग और कंजर्वेटिव पार्टी के नेता और पूर्व श्रम मंत्री किम मून सू के बीच कड़ा मुकाबला नजर आ रहा है। हालांकि आपको बता दें जो भी नया राष्ट्रपति बनेगा उसके सामने कई चुनौतियां हैं, जिनमें वामपंथी और दक्षिणपंथी राजनीति के गहराते मतभेद, ट्रंप प्रशासन द्वारा टैरिफ लगाने का फैसला और उत्तर कोरिया की बढ़ती सैन्य ताकत से निपटना आदि प्रमुख हैं।

सर्वेक्षणों में दावा किया जा रहा है कि डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता ली जे-म्यूंग की जीत के संकेत मिले हैं। उन्हें 46 से 49 प्रतिशत और कंजर्वेटिव पार्टी के नेता और पूर्व श्रम मंत्री किम मून सू को 35 से 37 प्रतिशत समर्थन मिलने के संकेत मिल रहे है। आपको बता दें दक्षिण कोरिया में पूर्व राष्ट्रपति योल के फैसले के बाद से बीते कई महीनों से राजनीतिक उथल पुथल मची हुई है। अब सभी की निगाहें इस सप्ताह होने वाले राष्ट्रपति चुनाव पर टिकी हुई है।

किम मून सो

73 वर्षीय कंजर्वेटिव उम्मीदवार किम मून सो पूर्व राष्ट्रपति यून सुक योल की पार्टी के प्रत्याशी हैं और वे यून की सरकार में श्रम मंत्री रहे थे। किम चुनाव प्रचार के दौरान दक्षिण कोरिया की सुरक्षा के लिए बेहतर मिसाइल डिफेंस सिस्टम बनाने और अमेरिका के साथ रक्षा संबंधों को और बेहतर करने का वादा कर रहे हैं। आपको बता दें किम पूर्व में वामपंथी विचारधारा के समर्थक थे और श्रम अधिकारों की मांग के लिए कई जेल में भी रहे। हालांकि साल 1994 में वे कंजर्वेटिव पार्टी के समर्थन बन गए। वह भी ग्योंगी के आठ साल तक गवर्नर रहे।

ली जे म्युंग

60 वर्षीय ली जे म्युंग डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार हैं। बीते साल दिसंबर में जब पूर्व राष्ट्रपति यून ने मार्शल लॉ लगाया तो उनका विरोध करने वालों में ली जे म्युंग सबसे प्रमुख व्यक्ति थे। अपनी पत्नी से जैसे ही ली को मार्शल लॉ लगाने की जानकारी मिली उन्होंने तुरंत अपनी पार्टी के नेताओं को संसद भवन पहुंचने का निर्देश दिया ताकि यून को रोका जा सके। महाभियोग के जरिए यून को राष्ट्रपति पद से हटाने में भी ली जे म्युंग का अहम रोल रहा। ली दक्षिण कोरिया के सबसे ज्यादा जनसंख्या वाले प्रांत ग्योंगी के गवर्नर रह चुके हैं और साथ ही सियोंगनाम शहर के मेयर रह चुके हैं।

आपको बता दें ली तीसरी बार राष्ट्रपति पद की दौड़ में हैं। इससे पहले साल 2022 में भी वे राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार थे और यून से करीबी मुकाबले में चुनाव हार गए थे। वे देश की अर्थव्यस्था को बेहतर करने की बात समय समय पर करते रहते हैं। वो उत्तर कोरिया के साथ शांति स्थापित करने की बात जोरों शोरों से करते हैं। हालांकि उनके विरोधी उन्हें एक खतरनाक जननेता मानते हैं, और उन पर देश में राजनीतिक फायदे के लिए बंटवारा भी करा सकते हैं। ली के खिलाफ पांच आपराधिक मामलों में ट्रायल चल रहा है। आपको बता दें अगर वे राष्ट्रपति चुनाव जीतते हैं तो ये सभी केस बंद हो जाएंगे क्योंकि दक्षिण कोरिया में राष्ट्रपति को आपराधिक कार्रवाई से छूट का विशेषाधिकार मिला हुआ है।

Created On :   2 Jun 2025 12:33 PM IST

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