पुर्तगाल: दक्षिणपंथी सरकार की नई श्रम सुधार नीतियों के खिलाफ राजधानी लिस्बन की सड़कों पर प्रदर्शन

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पुर्तगाल में केंद्र-दक्षिणपंथी सरकार की नई श्रम सुधार नीतियों के खिलाफ की राजधानी लिस्बन की सड़कों पर हजारों लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रस्तावित कानूनों में कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की प्रक्रिया आसान करने की बात कही गई है। स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए लचीले कार्य समय की अवधि घटाने और गर्भपात के बाद अवकाश कम करने जैसे प्रावधानों को लेकर भी कर्मचारी और जनता दोनों में ही नाराजगी है। इस समय पुर्तगाल में न्यूनतम वेतन 870 यूरो (लगभग ₹90,000 प्रति माह) है। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि इसे 2026 तक बढ़ाकर 1,050 यूरो (लगभग ₹1.08 लाख) किया जाए।
मिली जानकारी के अनुसार यह विरोध प्रदर्शन देश के प्रमुख मजदूर संघ की ओर से किया जा रहा है, संघ सरकार से इन प्रस्तावित सुधारों को तुरंत वापस लेने की मांग कर रहा है। यूनियन का कहना है कि ये नीतियां कामगारों के अधिकारों को कमजोर करेंगी और उनके रोजगार को असुरक्षित बनाएंगी। बताया जा रहा है कि विरोध प्रदर्शन आयोजकों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर सरकार ने इन प्रस्तावों को नहीं हटाया, तो 11 दिसंबर को पूरे देश में हड़ताल की जाएगी।
प्रधानमंत्री लुईस मोंटेनेग्रो के नेतृत्व वाली डेमोक्रेटिक अलायंस सरकार का कहना है कि ये सुधार देश की उत्पादकता और रोजगार बाजार की लचीलापन बढ़ाएगी। सरकार के प्रस्ताव को लेकर प्रदर्शनकारियों का कहना है इन सुधारों से सरकार सिर्फ कंपनियों को फायदा पहुंचाएंगी और कामगारों की सुरक्षा को कम करेंगी। प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों को नौकरी छीनने का डर है।
Created On :   9 Nov 2025 12:12 PM IST












