ईरान आतंकी हमला: आईएस ने ली सुलेमानी की कब्र पर बम धमाके कराने की जिम्मेदारी, हमले में मारे गए थे 103 लोग

आईएस ने ली सुलेमानी की कब्र पर बम धमाके कराने की जिम्मेदारी, हमले में मारे गए थे 103 लोग
  • कासिम सुलेमानी की कब्र पर हुआ थे बम धमाके
  • 103 लोगों की गई थी जान
  • वैश्विक आतंकी संगठन ने ली जिम्मेदारी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ईरान के करमानी शहर में पूर्व जनरल कासिम सुलेमानी की कब्र पर दो बम ब्लास्ट कराने की जिम्मेदारी आतंकी संगठन आईएस(इस्लामिक स्टेट) ने ली है। इस हमले में 103 लोगों की मौत जबकि 180 के करीब लोग घायल हो गए थे। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, 3 जनवरी को कासिम सुलेमानी की मौत की चौथी बरसी पर सैंकडों की संख्या में लोग उनकी कब्र पर एकत्रित हुए थे। तभी सिलसिलेवार बम धमाके हुए।

रॉयटर्स की खबर के अनुसार, आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने टेलीग्राम चैनल हमले की जिम्मेदारी लेते हुए बयान पोस्ट किया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि 3 जनवरी को ईरान के करमानी शहर में हुए बम ब्लास्ट उसी ने करवाए थे।

बता दें कि बुधवार को ईरान के दक्षिणी गृहनगर करमान में साहेब अल-जमान मस्जिद के पास 10 मिनट के अंदर दो बम विस्फोट हुए। यह धमाके उस स्थान पर हुए जहां सुलेमानी की कब्र थी। उस समय सैंकड़ों की संख्या में लोग ईरान के पूर्व जनरल की चौथी बरसी पर उसे श्रृद्धांजलि देने के लिए इकट्ठा हुए थे।

ऐसे हुई थी सुलेमानी की मौत?

कासिम सुलेमानी ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स में अल-कुदस फोर्स का लीडर था। उसे उस समय ईरान के लोग देश सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के बाद देश का दूसरा बड़ा नेता मानते थे। जिस आईआरजीसी फोर्स का वो नेतृत्व करता था उसे अमेरिका आतंकी संगठन मानता था। 3 जनवरी 2020 में बगदाद के एयरपोर्ट पर अमेरिकी ड्रोन हमले में उसकी मौत हो गई थी। कहा जाता है कि तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के वकील रूडी गिउलिआनी और सीनेटर एलिजाबेथ वॉरेन सहित अमेरिकी अधिकारियों की सुलेमानी ने हत्या करवा दी थी। जिसके बाद ट्रंप ने अमेरिकी सेना को उसे मारने आदेश दिया था।

Created On :   4 Jan 2024 6:32 PM GMT

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