रहस्यमयी मौत!: राष्ट्रपति चुनाव से पहले जेल में मृत पाये गए पुतिन के कट्टर विरोधी, यूक्रेन से जंग का किया था विरोध

राष्ट्रपति चुनाव से पहले जेल में मृत पाये गए पुतिन के कट्टर विरोधी, यूक्रेन से जंग का किया था विरोध

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूसी राष्ट व्लादिमीर पुतिन के विरोधी नेता एलेक्सी नेवलनी को रहस्यमयी मौत हो गई है। वह रूस की सबसे खतरनाक माने जाने वाली जेल 'पोलर वुल्फ' में कैद थे। उनकी मौत की वजह अभी साफ नहीं हो पाई है। न्यूज एजेंसी तास ने इसकी पुष्टि जेल अधिकारियों के हवाले से की है। नेवलानी की मौत ऐसे समय हुई है जब राष्ट्रपति चुनाव होने में केवल 1 महीने का समय बचा है।

वहीं उनकी मौत की खबर पर क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि विपक्ष के नेता एलेक्सी नेवलनी की मौत की जानकारी राष्ट्रपति पुतिन को दे दी गई है। बता दें कि नेवलनी को पुतिन का कट्टर विरोधी माना जाता था। उनकी इस रहस्यमयी मौत पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।

न्यूज एजेंसी ने पोलर वुल्फ जेल अधिकारियों के हवाले से बताया कि 15 फरवरी को नेवलनी जेल में अचानक बेहोश होकर गिर गए थे। शाम को टहलकर वापस आने के बाद उन्होंने डॉक्टरों से तबियत खराब होने की बात भी कही थी। इसके कुछ ही देर बाद वो बेहोश होकर गिर गए थे। जेल अधिकारियों के अनुसार नेवलनी के बेहोश होने की जानकारी मिलते ही तुरंत मेडिकल टीम और एंबुलेंस को बुलाया गया था। चेकअप के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

गौरतलब है कि 48 साल के नेवलनी को 2021 में 19 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। जिसके बाद उन्हें किस जेल में भेजा गया है इसका खुलासा नहीं किया गया था। सजा के लगभग दो साल बाद उनके पोलर वुल्फ जेल में कैद होने की खबर सामने आई थी। बता दें कि आर्कटिक की जिस जेल में नेवलनी को रखा गया था वहां काफी ठंड पड़ती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यहां का तापमान माइनस 28 डिग्री तक रहता है। नेवलनी को इस खतरनाक जेल में कैद रखने पर उनके वकील ने कहा था कि उन्हें चुनाव दूर रखने के लिए पुतिन प्रशासन ये फैसला लिया है।

पहले भी हुई थी जान से मारने की कोशिश

इससे पहले कई बार नेवलनी को मारने का प्रयास हो चुका है। 2017 में उन पर जानलेवा हमला हुआ था। इस हमले में उनकी आंख बुरी तरह चोटिल हो गई थी। इसके बाद साल 2018 में नेवलनी के राष्ट्रपति चुनाव में खड़े होने का प्रयास किया। लेकिन धांधली के आरोप के चलते वो चुनाव नहीं लड़ सके। तब उन्होंने इसे सरकार की साजिश बताया था। उनका कहना था कि सरकार ने मुझे चुनाव से दूर रखनी के लिए झूठे आरोप लगाए हैं। इसके विरोध में नेवलानी ने जुलाई 2019 में एक बड़ा विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया। जिसके बाद उन्हें को 1 महीने की जेल हुई थी।

उस समय भी नेवलनी की जेल में अचानक तबियत बिगड़ी थी। तब उनके समर्थकों ने दावा किया था कि उन्हें जहर देने की कोशिश हुई है। इसके एक साल एक फ्लाइट में भी उन्हें जहर देकर मारने की कोशिश की गई थी। लेकिन दोनों ही बार वो बच गए थे। बता दें कि नेवलनी यूक्रेन-रूस युद्ध के विरोधी थे। उन्होंने इसे रोकने के लिए जेल से अभियान भी चलाया था।

Created On :   16 Feb 2024 1:39 PM GMT

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