दुनियाभर के मुस्लिम देशों के विरोध के बीच बांग्लादेश ने निभाई भारत से दोस्ती, नूपुर शर्मा विवाद पर इस तरह किया समर्थन

दुनियाभर के मुस्लिम देशों के विरोध के बीच बांग्लादेश ने निभाई भारत से दोस्ती, नूपुर शर्मा विवाद पर इस तरह किया समर्थन
नूपुर शर्मा विवाद पर बांग्लादेश का बयान दुनियाभर के मुस्लिम देशों के विरोध के बीच बांग्लादेश ने निभाई भारत से दोस्ती, नूपुर शर्मा विवाद पर इस तरह किया समर्थन
हाईलाइट
  • बांग्लादेश भारत के साथ खड़ा हुआ
  • मेरे देश का आंतरिक मामला नहीं

डिजिटल डेस्क, ढाका। भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान के बाद भारत के कई हिस्सों में जमकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड व दिल्ली समेत कई राज्यों में नूपुर शर्मा के बयान पर उपद्रवियों ने हंगामा किया। इस दौरान पुलिसकर्मियों के साथ पथराव व गोलाबारी की घटना भी सामने आई है।

सोशल मीडिया पर तो हिंसक घटना के कई वीडियो खूब वायरल हुए। जिसमें साफतौर पर पत्थरबाजी करते कई युवाओं को देखा जा सकता है। बताया जा रहा है कि इस बार कुछ मुस्लिम संगठनों ने नवयुवकों को हिंसा के लिए आगे उकसाया। ज्यादातर हिंसा के दौरान समुदाय विशेष के छात्र व युवा ही दिखे।

नूपुर शर्मा के बयान पर बवाल देश में ही नहीं बल्कि कई मुस्लिम देशों में भी देखने को मिला है। कतर, कुवैत, ईरान, सऊदी अरब व पाकिस्तान समेत कई मुस्लिम देशों व संगठनों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। और भारत के सख्त कार्रवाई की भी मांग कर डाली। हालांकि बीजेपी अपने दो नेताओं नूपुर शर्मा व नवीन जिंदल को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा और छह साल के लिए निलंबित कर दिया है। उसके बावजूद भी विरोध जारी है। इन्हीं विवादों के बीच भारत का मित्र बांग्लादेश साथ खड़ा दिख रहा है।

पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी को बांग्लादेश के सूचना एवं प्रसारण मंत्री हसन महमूद ने कहा कि यह भारत का आतंरिक मामला है। उन्होंने आगे कहा कि यह बांग्लादेश में कोई बड़ा मसला नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने दुनियाभर के कई देशों में हो रही आलोचना को सिरे से खारिज कर दिया और कहा बांग्लादेश की सरकार इस मुद्दे पर कोई भी समझौता नहीं कर रही है। 

भारत की कार्रवाई पर किया स्वागत

पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान के भारत की तरफ से की गई कार्रवाई की बांग्लादेश के मंत्री ने तारीफ की। उन्होंने कहा कि पैगंबर मोहम्मद पर कोई भी टिप्पणी निंदनीय है। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि  पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान के बाद एफआईआर भी दर्ज कर ली गई है। हम उम्मीद करते हैं इस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बांग्लादेश पर कट्टरपंथियों की तरफ से आरोप लगाए जा रहे हैं कि इस मुद्दे पर बांग्लादेश सरकार ढीला रवैया अपना रही है। जिस पर उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की सरकार कोई भी समझौता नहीं कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि बांग्लादेश सरकार पैगंबर मोहम्मद पर की गई टिप्पणी की निंदा करती है। 

मेरे देश का आंतरिक मामला नहीं

बांग्लादेश के मंत्री ने बोला कि यह मेरे देश का आंतरिक मामला नहीं है। जिसके कारण बांग्लादेश की तरफ से सार्वजनिक बयान नहीं दिया गया है। मंत्री ने मसले पर बाहरी केस बताकर पल्ला झाड़ लिया। उन्होंने कहा कि जब भी दुनिया में ऐसा कुछ घटता है तो इस्लामिक दल यहां भी विरोध करते हैं, ये अक्सर होता रहता है।

उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में इतना बड़ा मसला नहीं जितना अरब देशों के लिए है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, कुवैत, मलेशिया जैसे देशों में इन मसलों पर बड़ा विरोध होता रहता है। महमूद ने आगे कहा कि अगर पैगंबर के खिलाफ दुनिया में कहीं भी आपत्तिजनक टिप्पणी होती है तो उसकी निंदा होनी चाहिए। भारत सरकार की तरफ से कानूनी कार्रवाई के लिए हम बधाई देते हैं। 

बांग्लादेश भारत के साथ खड़ा हुआ

गौरतलब है जब पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी के बाद सऊदी अरब, कुवैत, कतर, बहरीन, यूएई, मलयेशिया समेत कई मुस्लिम देशों ने विरोध जताई है। ऐसे में भारत का पड़ोसी देश बांग्लादेश की टिप्पणी आना अच्छी खबर है। महमूद ने कहा कि बांग्लादेश में भी कुछ कट्टरपंथी मुस्लिम संगठन हैं।

जिनकी संख्या बहुत कम है और इन्हें किसी भी तरह का समर्थन भी नहीं मिल रहा है। उसके बावजूद भी काफी हल्ला मचाते हैं। जब सभी मुस्लिम देश पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान के बाद अपनी कड़ी आपत्ति जता चुके हैं। ऐसे समय में बांग्लादेश का भारत के साथ खड़े रहने अपने आप में अहम माना जा रहा है। 

Created On :   13 Jun 2022 1:48 PM GMT

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