भारत के T-90 भीष्म से इतना कमजोर है चीनी टैंक VT-4, पाकिस्तानी सेना में हुआ शामिल
- पाक सेना में शामिल चीनी टैंक VT-4
- भारत के T-90 टैंक से कमजोर है चीनी टैंक
डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पकिस्तान चीनी टैंक खरीदने वाला तीसरा देश बन चुका है। पाकिस्तान की सेना ने चीन में बने वीटी-4 युद्धक टैंक के पहले बैच को शामिल किया है। पकिस्तान कई समय से चीन से हथियार खरीद रहा है। अब चीन रक्षा क्षेत्र में पाकिस्तान का साझेदार बन गया है। पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने बताया कि मंगला कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल शाहीन मजहर महमूद ने बुधवार को आर्मर्ड डिवीजन का दौरा कर वीटी-4 टैंकों के पहले बैच का निरीक्षण किया है।
थाईलैंड और नाइजीरिया के बाद पाकिस्तान तीसरा देश है, जिसने चीन से ये टैंक खरीदे हैं। वीटी-4 टैंकों की डिलिवरी इस साल अप्रैल से शुरू की गई थी, हालांकि अभी तक इसके कितने यूनिट सौंपे गए हैं, इसकी कोई जानकारी नहीं मिल सकी है।
चीन के वीटी-4 मेन बैटल टैंक को एमबीटी-3000 के नाम से भी जाना जाता है। इस टैंक को तीन क्रू मेंबर मिलकर चला सकते हैं, जिसमें एक ड्राइवर, दूसरा कमांडर और तीसरा गनर होता है। 52 टन वजनी यह टैंक 10.10 मीटर लंबा और 3.4 मीटर चौड़ा है। जिसमें टर्बोचार्ज इंजन लगा हुआ है जो टैंक को 1300 हॉर्सपावर की शक्ति देता है।
भीष्म की ताकत के आगे फीका चीनी टैंक
चीन की तीसरी पीढ़ी का मुख्य युद्धक वीटी-4 टैंक है। लेकिन यह टैंक भारत के टी-90 भीष्म के आगे कुछ भी नहीं है, भारतीय टैंक भीष्म मूल रूप से रूस में बना है, जिसकी गिनती दुनिया के सबसे शक्तिशाली टैंकों में की जाती है। टी-90 टैंक में अचूक 125 एमएम की मेन गन है। यह 6 किलोमीटर दूर तक सटीक गोलीबारी कर सकता है। इतना ही नहीं, टी-90 टैंक कई तरह की मिसाइलों को भी फायर कर सकता है। टी-90 टैंक में Kaktus K-6 एक्सप्लोसिव रिएक्टिव आर्मर लगा हुआ है, जो इसे दुश्मन के वार से सुरक्षित करता है। यह टैंक एंटी एयरक्राफ्ट गन से भी लैस है जो दुश्मनों के हेलिकॉप्टर को मार गिरा सकती है। 1000 हॉर्स पावर के इस शक्तिशाली इंजन में 550 किमी की दूरी तय करने की क्षमता मौजूद है।
Created On :   2 July 2021 9:03 AM GMT