अविश्वास प्रस्ताव हारने के बावजूद भी इन वजहों से इमरान खान बने रहेंगे प्रधानमंत्री, जनरल कमर जावेद बाजवा चाह कर भी कुछ नहीं कर सकते!
- इमरान खान को कल अग्निपरीक्षा से गुजरना पड़ेगा
डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पाकिस्तान में इस समय राजनीतिक उठापटक जारी है। विपक्षी दल लगातार इमरान खान पर प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने का दबाव बना रहे हैं। हालांकि इमरान खान को कल (रविवार) अग्निपरीक्षा से गुजरना पड़ेगा। गौरतलब है कि रविवार को पाकिस्तान की संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी है।
पाकिस्तान की सियासत में कयास यही लगाए जा रहे हैं कि इमरान खान को अपनी कुर्सी छोड़नी पड़ सकती है। लेकिन इसी बीच शनिवार को पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री शेख राशिद ने दावा किया है कि भले ही प्रधानमंत्री इमरान खान आगामी 3 अप्रैल को अविश्वास प्रस्ताव हार जाते हैं, लेकिन वो फिलहाल पीएम बने रहेंगे। राशिद खान के मुताबिक जब तक कोई नया नेता शपथ नहीं लेता है, तब तक इमरान अपने पद पर बने रहेंगे।
क्या कहता है पाक का संविधान?
एक तरफ जहां कहा जाता है कि पाकिस्तान में सेना जिसे चाहती है, वही पार्टी सत्ता में बनी रहती है। तो दूसरी तरफ सवाल उठ रहे हैं कि अगर इमरान खान विश्नास मत हारते हैं तो सत्ता में कैसे बने रहेंगे? और पाक सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा चाह कर भी कुछ नहीं कर सकते हैं। तो जवाब उसका यही है कि पाकिस्तान के संविधान के अनुच्छेद 94 के मुताबिक इमरान अविश्वास प्रस्ताव हारने के बावजूद भी अपने पद पर बने रहेंगे। कब तक रहेंगे, इसको लेकर कानून स्पष्ट नहीं है।
साजिश करने वालों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा हो
पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री शेख राशिद ने कहा कि जिन लोगों ने सरकार गिराने की साजिश की है, उन लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए। शेख राशिद ने कहा कि अब पाक के सामने दो ऑप्शन बचे हैं। पहला जल्दी चुनाव हो। दूसरा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सभी सांसद अपनी सीटों से इस्तीफा दे दें। उन्होंने आगे कहा कि अगर सभी सदस्य इस्तीफा देते हैं, तो मैं देखना चाहता हूं कि वो देश पर शासन कैसे करते हैं।
अविश्वास प्रस्ताव रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रूख
इमरान खान रविवार को विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने के लिए तैयार हैं। इसलिए शनिवार को सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर विधानसभा की कार्यवाही को स्थगित करने की मांग की गई है। पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक याचिका में कहा गया है कि संसद के सदस्य पाकिस्तान की राजनीति और अखंडता के खिलाफ काम करने वाले विदेशी शत्रुतापूर्ण देशों के उकसावे पर काम कर रहे थे और साजिश रची।
इमरान ने विदेशी साजिश में अमेरिका को निशाने पर लिया था। हालांकि अमेरिका ने इसे सिरे से खारिज कर दिया है। उधर बीते शुक्रवार को इमरान खान ने विदेशी साजिश का आरोप लगाते हुए कहा कि वह जल्दी चुनाव कराना पसंद करेंगे क्योंकि वह इस्तीफा नहीं देंगे। इमरान ने तीन विकल्प दिए थे पहला इस्तीफा दूसरा विश्वास और तीसरा जल्दी चुनाव।
Created On :   2 April 2022 6:00 PM IST