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- Khashoggis Friend launched a lawsuit against Israeli cyber company NSO
दैनिक भास्कर हिंदी: तो क्या इजराइल की साइबर कंपनी की मदद से की गई थी खशोगी की हत्या?

हाईलाइट
- वॉशिंगटन पोस्ट के पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या का इजरायल कनेक्शन सामने आया है।
- जमाल खशोगी के एक दोस्त का दावा है कि खशोगी की हत्या में इजरायल की कंपनी (NSO) के उपकरण की मदद ली गई है।
- खशोगी के दोस्त ने इसे लेकर तेल अवीव की कोर्ट में केस भी दायर किया है।
डिजिटल डेस्क, तेल अवीव। सऊदी मूल के वॉशिंगटन पोस्ट के पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या का इजरायल कनेक्शन सामने आया है। दरअसल, जमाल खशोगी के एक दोस्त उमर अब्दुल अजीज का दावा है कि उनकी हत्या में इजरायल की साइबर कंपनी (NSO) के उपकरण की मदद ली गई है। अजीज ने कहा कि इस कंपनी के सॉफ्टवेयर की मदद से उनके फोन को हैक किया गया जिसके बाद खशोगी और उनके बीच की बातें सुनी गई। खशोगी के दोस्त ने इसे लेकर तेल अवीव में कोर्ट केस भी दायर किया है।
उमर अब्दुल अजीज ने कोर्ट में दायर याचिका में कहा है कि साइबर सिक्योरिटी फर्म ने इंटरनेशनल लॉ का उल्लंघन किया है। वहीं न्यूज रिपोर्ट के हवाले से दावा किया गया है कि NSO ग्रुप ने सऊदी अरब को 5.5 करोड़ डॉलर में 2017 में यह टेक्नोलॉजी बेची थी। अब्दुल अजीज कंपनी से क्षति पूर्ति के रूप में 1.6 लाख डॉलर की मांग कर रहे हैं। अब्दुल अजीज ने कहा, 'खशोगी की हत्या में मेरे फोन के हैक होने की एक बड़ी भूमिका है।' बताया जाता है कि खशोगी की हत्या से पहले दोनों के बीच करीब 400 वॉट्सएप मैसेज के जरिए बातचीत हुई।
NSO ने उन पर लगे आरोपों का जवाब देते हुए इसे आधारहीन बताया है। NSO की तरफ से कहा गया, कि ऐसा कोई भी सबूत मौजूद नहीं है जो यह साबित कर सके कि कंपनी की टेक्नोलॉजी का दुरुपयोग किया गया है। NSO ने कहा, जो आरोप लगाए गए हैं वो सच्चाई पर आधारित नहीं है। कंपनी की तरफ से कहा गया, 'हम अपने प्रॉडक्ट के गलत इस्तेमाल को बर्दाश्त नहीं करते। अगर गलत इस्तेमाल का कोई संदेह पैदा होता है, हम जांच करते हैं और उचित कार्रवाई करते हैं। इसमें कॉन्ट्रैक्ट रद्द कर देना भी शामिल है।' कंपनी की टेक्नोलॉजी सरकारों और सुरक्षा एजेंसियों को आतंकवाद और अपराध से लड़ने में मदद करती है।
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।
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