कनाडा में रहने वाले भारतीय चाहते हैं परमानेंट सिटीजनशिप, 50% बढ़ी संख्या

- अक्टूबर 2018 तक 15 हजार भारतीयों ने कनाडा की नागरिकता हासिल की
- कानाडा की स्थाई नागरिकता चाहने वालों में भारतीय दूसरे नंबर पर
- फिलीपींस के 15600 लोग ने कनाडाई नागरिकता हासिल की
- नंबर 1 पर
डिजिटल डेस्क, ओटावा। कनाडा में रह रहे ऐसे भारतीयों की संख्या में वृद्धि हुई है, जो वहां की परमानेंट सिटीजनशिप चाहते हैं। आंकड़ों के मुताबिक 2017 के मुकाबले ऐसे भारतीयों की संख्या में 50 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है, जिन्होंने स्थाई नागरिकता के लिए आवेदन दिया है। कानाडाई अधिकारियों द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर 2018 तक 15 हजार भारतीयों ने कनाडा की स्थाई नागरिकता हासिल कर ली, जो पिछले साल के मुकाबले 50 प्रतिशत ज्यादा है।
भारत में जन्मे लोग बड़ी तादाद में कनाडा पलायन कर रहे हैं। जिन देशों के लोगों के आवेदन नागरिकता के लिए सबसे ज्यादा मिले हैं, उनमें भारत का स्थान दूसरा है, जबकि कनाडाई नागरिकता की चाहत रखने वालों में फिलीपींस के लोगों का नंबर पहला है, हालांकि भारत और फिलीपींस के लोगों की संख्या में ज्यादा अंतर नहीं है। अक्टूबर 2018 तक फिलीपींस के 15600 लोगों ने कनाडाई नागरिकता हासिल की है।
कनाडाई अधिकारियों के मुताबिक 2018 में 1.39 लाख लोगों ने स्थाई नागरिकता हासिल करने में कामयाबी हासिल की। प्राथमिक तौर पर मिले आंकड़ों के मुताबिक, कनाडा की नागरिकता लेने वालों में भारतीयों की तादाद 11 प्रतिशत थी, इनके आकड़े और ज्यादा भी हो सकते हैं। ये संख्या 2015 के मुकाबले काफी कम है, जब 28 हजार भारतीयों ने रेकॉर्ड के तौर पर कनाडा की नागरिकता ली थी।
बता दें कि कनाडा ने नागरिकता कानून में अक्टूबर 2017 से काफी ढील दे दी है, जिसके बाद परमानेंट सिटीजनशिप के लिए आवेदन करना आसान हो गया है। कनाडा में 3 साल तक रहने वाला व्यक्ति भी स्थाई नागरिकता के लिए आवेदन कर सकता है। दरअसल, कानाडाई पासपोर्ट होने पर कोई भी व्यक्ति ट्रेड नेशनल (TN) वीजा के लिए आवेदन कर सकता है, इससे अमेरिका में काम करने की अनुमति भी आसानी से मिल जाती है। ये एच-1 बी वीजा की तरह ही होता है। कनाडा में रहने वाले कई लोग काम के सिलसिले में रोजाना अमेरिका जाते हैं।
Created On :   26 Dec 2018 11:11 AM IST