एजेके के पूर्व राष्ट्रपति को वाशिंगटन में अपना राजदूत नियुक्त करेगा पाकिस्तान
- पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को पड़ोसी देश आजाद जम्मू-कश्मीर कहता है
- पाकिस्तान ने आजाद जम्मू-कश्मीर (एजेके) के पूर्व राष्ट्रपति सरदार मसूद खान को यह जिम्मेदारी देने का फैसला किया है।
- अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हाल ही में डोनाल्ड आर्मिन को पाकिस्तान में नए राजदूत के रूप में नामित किया है
डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हाल ही में डोनाल्ड आर्मिन को पाकिस्तान में नए राजदूत के रूप में नामित किया है। इस बीच अब पाकिस्तान ने भी अमेरिका में अपने वर्तमान राजदूत को बदलकर आजाद जम्मू-कश्मीर (एजेके) के पूर्व राष्ट्रपति सरदार मसूद खान को यह जिम्मेदारी देने का फैसला किया है।
बता दें कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को पड़ोसी देश आजाद जम्मू-कश्मीर कहता है।
वर्तमान राजदूत असद मजीद खान जल्द ही अपना कार्यकाल पूरा करने वाले हैं और रिपोर्टों से पता चलता है कि इस्लामाबाद ने पहले ही सरदार मसूद खान के नाम को उनके प्रतिस्थापन के रूप में सुझाया है।
राजदूत खान ने जनवरी 2019 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड को अपना परिचय पत्र प्रस्तुत किया था और तीन साल की अवधि के लिए उन्होंने पद संभाला था।
अब, उनका कार्यकाल समाप्त होने के साथ, सरदार मसूद खान उनकी जगह वाशिंगटन में नए राजदूत की जिम्मेदारी संभालेंगे। यह निर्णय कई लोगों के लिए एक आश्चर्य के रूप में आया है क्योंकि मसूद खान वह व्यक्ति हैं, जिन्होंने राष्ट्रपति के रूप में एजेके में सर्वोच्च राजनीतिक पद संभाला है और अब वह वाशिंगटन में राजदूत का पद स्वीकार करने के लिए तैयार हैं।
विश्लेषकों का मानना है कि सरदार मसूद खान को अमेरिका में राजदूत नियुक्त कर पाकिस्तान एक कड़ा संकेत देना चाहता है कि वह कश्मीर के मुद्दे को उजागर करना चाहता है।
भारत के खिलाफ कश्मीर के मुद्दे पर समर्थन जुटाने के पाकिस्तान के कूटनीतिक प्रयासों ने अतीत में अच्छा काम नहीं किया है। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने भी बाइडेन और प्रधानमंत्री इमरान खान के बीच संपर्क बनाने में विफल रहने के लिए अमेरिका में अपने राजदूत की विफलता पर अपनी अस्वीकृति व्यक्त की है।
हालांकि, सरदार मसूद खान की नियुक्ति का समय इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि अमेरिका वर्तमान में अफगानिस्तान में बदलती स्थिति पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा और सीनेट में हाल ही में एक सुनवाई में, सांसदों ने तालिबान की जीत में पाकिस्तान की कथित भूमिका पर गंभीर आपत्ति जताई है। दिलचस्प बात यह है कि बाइडेन प्रशासन ने भी इस प्रस्ताव का विरोध नहीं किया।
हालांकि, अभी सरदार मसूद खान की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है और वाशिंगटन में पाकिस्तानी दूतावास को उनका नामांकन पत्र मिल गया है। विवरण के अनुसार, सोमवार को अमेरिकी विदेश विभाग को कागजात जमा करने की उम्मीद है।
जहां सरदार मसूद खान के अमेरिका में राजदूत बनने के लिए नामांकन पर सवाल उठे हैं, वहीं इस कदम को कश्मीर के मुद्दे को उठाने और भारत के खिलाफ अपना मामला बनाने के लिए अमेरिका के साथ मजबूत जुड़ाव के पाकिस्तान के प्रयासों के रूप में देखा जा रहा है।
(आईएएनएस)
Created On :   5 Nov 2021 11:00 PM IST