PAK - अफगानिस्तान शांति वार्ता में आई अड़चन!: पाक-अफगान बॉर्डर पर फिर छिड़ी जंग, 5 पाकिस्तानी सैनिकों की हुई मौत

पाक-अफगान बॉर्डर पर फिर छिड़ी जंग, 5 पाकिस्तानी सैनिकों की हुई मौत

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच एक बार फिर से जंग छिड़ गई है। अफगानिस्तान की सीमा के नजदीक दोनों देशों ने एक दूसरे पर हमला कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, इस दौरान 5 पाकिस्तान सैनिकों और 25 आतंकियों की मौत हो गई। बता दें, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच झड़प ऐसे समय पर हुई है जब दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल तनाव कम करने के लिए इस्तांबुल में शांति वार्ता कर रहे थे।

अफगानिस्तान और पाकिस्तान में फिर छिड़ी जंग

इससे पहले पाकिस्तान की सेना ने दावा किया कि शुक्रवार और शनिवार को अफगानिस्तान की ओर से आतंकी समूहों ने पाकिस्तान की सीमा में घुसने का प्रयास किया। ये घुसपैठ खैबर पख्तूनख्वा के कुर्रम और उत्तर वजीरिस्तान जिलों में हुई, जो बेहद कठिन पहाड़ी इलाके हैं और लंबे समय से आतंकवादी गतिविधियों का केंद्र माने जाते हैं।

वहीं, पाकिस्तान की सैन्य मीडिया शाखा ने रॉयटर्स को बताया कि 'अफगान सरकार की नीयत पर अब सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या वह अपनी जमीन से आतंकवाद रोकने के लिए गंभीर है या नहीं।' सेना ने कहा कि हाल की घटनाओं ने 'दोनों देशों के बीच भरोसे को नुकसान' पहुंचाया है।

इससे एक दिन पहले पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा था कि 'अगर इस्तांबुल वार्ता में समझौता नहीं हुआ, तो यह खुली जंग में बदल सकती है।' उन्होंने उम्मीद जताई थी कि अफगानिस्तान शांति चाहता है, लेकिन हाल की घटनाओं ने स्थिति को फिर से तनावपूर्ण बना दिया है।

2021 के बाद पाक-तालिबान में सबसे बड़ा संघर्ष

बता दें, साल 2021 में तालिबान की सत्ता वापसी के बाद अफगानिस्तान और पाकिस्तान सीमा पर दोनों देशो के बीच इसे सबसे बड़ा संघर्ष के तौर पर देखा जा रहा है। दोनों देशों के बीच जंग में कई नागरिकों की भी मौत हो गई है। संघर्ष की शुरुआत काबुल में हुए धमाकों से हुई थी, जिनका आरोप तालिबान सरकार ने पाकिस्तान पर लगाया था। इसके जवाब में पाकिस्तान ने सीमा पार हवाई हमले किए।

मालूम हो कि तालिबान के एक प्रतिनिधिमंडल के भारत दौरे के समय पर यह विवाद सामने आया है। विशेषज्ञों के मुताबिक, यह स्थिति न केवल दक्षिण एशिया की सुरक्षा के लिए खतरा है, बल्कि भारत की कूटनीतिक रणनीति को भी प्रभावित कर सकती है, क्योंकि पाकिस्तान अब तालिबान पर दबाव बढ़ाने की कोशिश में है।

Created On :   27 Oct 2025 1:31 AM IST

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