पाकिस्तान की विनाशकारी बाढ़ सदी की सबसे बड़ी जलवायु त्रासदियों में से एक
- मानवीय राहत एक बड़ी चुनौती
डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पाकिस्तान देश की विनाशकारी बाढ़ सदी की सबसे बड़ी जलवायु त्रासदियों में से एक है। यह बयान पाकिस्तान के जलवायु परिवर्तन मंत्री शेरी रहमान ने दिया है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, जून के मध्य से मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ में 1,700 से अधिक लोग मारे गए हैं और 3.3 करोड़ से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
मंत्री ने कहा, बचाव अभियान अब बंद हो गया है, लेकिन हम अब भी किसी भी देश में अब तक के सबसे लंबे राहत अभियान में हैं। उन्होंने कहा, अनुमानित 20.6 मिलियन लोगों को अभी भी मदद की जरूरत है। विश्व बैंक के अनुमान के अनुसार बाढ़ से 40 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ है, इस डर से कि वास्तविक नुकसान और नुकसान अनुमान से कहीं अधिक है और समय के साथ बढ़ेगा।
रहमान ने कहा, सबसे बुरी तरह प्रभावित सिंध और बलूचिस्तान प्रांतों में स्थिति गंभीर है क्योंकि 11 जिलों में बाढ़ का पानी जमा हो गया है, जिससे मानवीय राहत एक बड़ी चुनौती बन गई है। मंत्री ने कहा, 90 लाख एकड़ से अधिक खड़ी फसलें क्षतिग्रस्त और जलमग्न हो गई हैं और इससे 14.6 मिलियन लोग सीधे खाद्य और कृषि संकट की स्थिति में आ जाएंगे। पाकिस्तान की निर्यात फसलें लगभग समाप्त हो गई हैं और देश को बाढ़ के बाद भी खाद्य आयात करने की आवश्यकता होगी। रहमान ने कहा, हाल ही में जलवायु-प्रेरित बाढ़ के कारण पाकिस्तान में अतिरिक्त 15.4 मिलियन और लोगों के गरीबी रेखा से नीचे धकेले जाने की उम्मीद है।
आईएएनएस
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Created On :   13 Oct 2022 10:30 AM IST