भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद पेरू के राष्ट्रपति पेड्रो पैब्लो कुजिंस्की ने दिया इस्तीफा

डिजिटल डेस्क, लीमा। पेरू के राष्ट्रपति पेड्रो पैब्लो कुजिंस्की ने अपने खिलाफ महाभियोग से पहले इस्तीफा सौंप दिया है। कुजिंस्की ने बुधवार को टेलिविजन पर अपने संबोधन के दौरान कहा कि वह खुद पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से सरकार चलाने में असमर्थ हैं, इसलिए वह इस्तीफा देना चाहते हैं। उन्होंने यह घोषणा कांग्रेस में महाभियोग का सामना करने से एक दिन पहले की। 79 वर्ष के पूर्व बैंकर कुजेन्सकी पर ब्राजीलियन कंस्ट्रक्शन विशाल ओडेब्रेक्ट से संबंध होने के आरोप लगे थे।
हालांकि अपना इस्तीफा देते हुए उन्होंने कहा कि यह राष्ट्र के लिए अच्छा है। बता दें कि एक टेवीविजन इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि उन्होंने कठिन समय का सामना किया जिसकी वजह से उन्हें गलत तरीके से दोषी दिखाया गया। इसलिए वह सोचते हैं कि उनका इस्तीफा देना ही सही है। कुजेन्स्की ने कहा कि वह अपने देश के लिए बाधा नहीं बनना चाहते।
इन्हें मिलेगा पद
कुजेन्सकी के त्यागपत्र के बाद उपराष्ट्रपति मार्टिन विजकारा यह पद संभालेंगे जोकि वर्तमान में कनाडा के लिए पेरू के राजदूत हैं। प्रारंभिक चुनावों को टाला जा सके, इसलिए वह यह पद संभाल सकते हैं। लॉमेकर केइको फुजीमोरी ने अपने भाई केंजी की एक रिकॉर्डिंग जारी करते हुए कहा कि यह सबूत है कि कुजेन्सकी वोटों को खरीदने की कोशिश कर रहे थे। केइको ने ट्वीट करते हुए कहा कि यह सरकार सोचती है कि वो सब कुछ खरीद सकती है, लेकिन बहादुर और ईमानदार पेरूवासी बिकने के लिए नहीं है। हालांकि सरकार ने वोट खरीदने जैसी बातों का खंडन किया है।
अगले महीने डोनाल्ड ट्रंप से मिलने वाले थे पेड्रो
बता दें कि पेरू के 79 वर्षीय वॉल स्ट्रीट बैंकर कुजेन्स्की का अगले महीने एक क्षेत्रीय सम्मेलन में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने का कार्यक्रम था। कारोबारी से नेता बने कुजिंस्की ने जुलाई 2016 में राष्ट्रपति पद संभाला था, लेकिन वह जल्द ही भ्रष्टाचार के आरोपों में घिर गए। उन पर आरोप है कि उन्होंने ब्राजील की कंपनी ओडेब्रेक्ट को ठेके दिलाने में घूस ली। कांग्रेस ने उनके खिलाफ दिसंबर 2017 में महाभियोग चलाया था, लेकिन पर्याप्त वोटों की वजह से यह महाभियोग पूरा नहीं हो पाया था।
उधर पेरू की कांग्रेस ने घोषणा की है कि केंजी फुजिमोरि समेत पांच सीनेटरों की सदस्यता समाप्त करने के कदम उठाए जाएंगे । इन सीनेटरों पर राष्ट्रपति चुनाव में वोटों की हेराफेरी करने के आरोप हैं।
Created On :   22 March 2018 3:28 PM IST