यूक्रेन जंग के बीच रूसी रेडियो स्टेशन हैक होने से मॉस्को में मचा हड़कंप, बजने लगा यूक्रेनी राष्ट्रगान, तत्काल बंद कराया गया प्रसारण
- बजने लगा दुश्मन देश का राष्ट्रगान
- रूस के पांचवे सबसे अमीर बिजनेसमैन का है चैनल
डिजिटल डेस्क, मॉस्को। यूक्रेन और रूस के मध्य भीषण युद्द जारी है। दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने हैं। भीषण बमबारी में यूक्रेन के कई शहर तबाह हो चुके हैं। बड़े-बड़े इमारत, स्कूल व स्मारक पूरी तरह से ध्वस्त हो चुके हैं, यूक्रेन को पश्चिमी देशों का पूरा समर्थन है। युद्ध कितना दिन तक आगे और चलेगा, इस पर कुछ कह पाना मुश्किल है। रूस भी झुकने का नाम नहीं ले रहा है और अपनी जिद पर अड़ा है।
इसी बीच रूसी रेडियो स्टेशन भी हैक होने की खबर है। बताया जा रहा है कि रेडियो स्टेशन हैक होने के बाद पूरे रूस में यूक्रेन का राष्ट्रगान बजने लगा। जिसके बाद मॉस्को में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में तत्काल रेडियो स्टेशन के प्रसारण को बंद कराया गया। हालांकि बाद में जब रेडियो स्टेशन को हैकर्स के चंगुल से निकाला गया तो फिर से चालू कराया गया।
जिस रेडियो स्टेशन को हैकर्स ने हैक किया था, उसका नाम कोमर्सेंट एफएम बताया जा रहा है, जिसका मालिकाना हक भी कोमर्सेंट समाचार पत्र के पास ही है। रेडियो स्टेशन के हैक होने के बाद कुछ देर के लिए रूस में हलचल सी मच गई, मॉस्को पूरी तरह से अलर्ट हो गया। हालांकि बाद में सबकुछ सामान्य हो गया है।
मामले की जांच शुरू
मॉस्को ने कोमर्सेंट एफएम पर लंचटाइम न्यूज बुलेटिन के दौरान यूक्रेनी सैन्य गान ओह द रेड वाइबर्नम इन द मीडो बजने के मामले की जांच भी शुरू की कर दी है। इस मामले में कोमर्सेंट एफएम के प्रधान संपादक एलेक्सी वोरोब्योव ने स्पष्ट किया और कहा कि उनके चैनल को कुछ शरारती हैकर्स ने हैक कर लिया था। उन्होंने दावा कि उन्हें हैक कर लिया गया था। तकनीकी विशेषज्ञ भी इस मामले के कारणों का पता लगा रहे हैं।
कुलीन बिजनेसमैन है चैनल का मालिक
हैक हुए रेडियो स्टेशन के ऑडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं। खबरों के मुताबिक, रूस के पांचवे सबसे अमीर बिजनेसमैन अलीशर उस्मानोव है। जिनके पास कोमर्सेंट अखबार और एफएम का स्वामित्व है। यूरोपीय यूनियन अलीशर उस्मानोव को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सबसे पसंदीदा बिजनेसमैन में से एक मानता है।
पहले भी हो चुकी है ये घटना
रूसी रेडियो स्टेशन के हैक होने की घटना कोई नई नहीं है, बल्कि इससे पहले भी हो चुकी है। यूक्रेन और रूस के साथ युद्ध शुरू होने के बाद कई मौकों पर रूसी टीवी और रेडियो स्टेशनों को हैक किया गया है। बीते मार्च माह के मध्य में रूस की सरकारी चैनल वन को हैक किया गया था। इस दौरान हैकर्स ने चैनल पर झूठी खबर चलाने की बात स्वीकारने और माफी मांगने की न्यूज चला दी थी।
बीते 10 मई को रूसी विक्टरी डे परेड के दिन भी एक रूसी टीवी चैनल को हैक किया गया था। इस दौरान चैनल पर ""आपके हाथों में हजारों यूक्रेनियन और उनके सैकड़ों मारे गए बच्चों का खून है"" का मैसेज प्रसारित किया गया था। हैकर्स ने एकबार फिर से घटना को अंजाम दिया है।
Created On :   9 Jun 2022 11:10 PM IST