चीन और अमेरिका के बीच बढ़ा तनाव, जासूसी गुब्बारे पर अमेरिकी ऐक्शन से तिलमिलाया ड्रैगन

Tension increased between China and America, Dragon shaken by Americas action on spy balloon
चीन और अमेरिका के बीच बढ़ा तनाव, जासूसी गुब्बारे पर अमेरिकी ऐक्शन से तिलमिलाया ड्रैगन
चीन-अमेरिका विवाद चीन और अमेरिका के बीच बढ़ा तनाव, जासूसी गुब्बारे पर अमेरिकी ऐक्शन से तिलमिलाया ड्रैगन
हाईलाइट
  • अमेरिका ने कैरोलिना तट के पास चीन के जासूसी बैलून को मिसाइल के जरिए मार गिराया

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका ने चीन के कथित जासूसी गुब्बारे को मार गिराया है। जिसके बाद इस अमेरिकी एक्शन पर चीन की तरफ से कड़ा रिएक्शन सामने आया है। ड्रैगन ने इसको अंतराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन बताया है। चीनी विदेश मंत्रालय के मुताबिक इससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ सकता है। चीनी बैलून को गिराए जाने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर आया है, जिसमें नजर आ रहा है कि आसमान में उड़ता हुआ चीनी बैलून अमेरिकी मिसाइल के हमले से नष्ट होकर नीचे गिर रहा है। अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी पेंटागन के मुताबिक 'बैलून के नीचे गिरे मलबे को एकत्रित करने का काम किया जा रहा है, जिससे चीन की मंशा का पता लगाया जा सके।'  

ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के रक्षा मंत्रालय ने इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि ''अमेरिका ने अंतरराष्ट्रीय नियमों का गंभीर उल्लंघन किया है। चीन अपने वैध अधिकारों और हितों की दृढ़ता से रक्षा करेगा, जबकि आगे जरूरी प्रतिक्रिया करने का अधिकार सुरक्षित रखेगा।''

चीन के विदेश मंत्रालय का कहना है कि उसका गुब्बारा कोई जासूसी नहीं बल्कि एक मानव रहित हवाई पोत था जो अपने नियोजित पाठ्यक्रम से भटक कर अमेरिकी सीमा में प्रवेश कर गया था। अमेरिका ने इस पर सैन्य बल का प्रयोग करके गलत किया है। हम उनके इस ऐक्शन का सख्त विरोध करते हैं। ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि 'चीन इस अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए अमेरिका के साथ संवाद जारी रखेगा।' 

गौरतलब है कि अमेरिका ने कैरोलिना तट के पास चीन के जासूसी बैलून को मिसाइल के जरिए मार गिराया है। बैलून को मार गिराने का आदेश अमेरिकी राषट्रपति जो बाइडेन ने बीती 1 फरवरी को दिया था जिस पर पेंटागन ने उनसे थोड़ा इंतजार करने की सिफारिश की थी। पेंटागन ने ऐसा जमीन पर नागिरिकों की सुरक्षा को देखते हुए किया था। पेंटागन के मुताबिक 'बैलून पर हमला करने से उसका मलबा जमीन पर गिरेगा जिससे नागिरिकों को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए इसे तब नष्ट किया जाए जब यह पानी के ऊपर हो।'  जिसके बाद 5 फरवरी को पेंटागन ने एफ-22 फाइटर जेट के जरिए कैरोलिना समुद्री तट के करीब जासूसी बैलून को मार गिराया। 

बता दें कि बीते दिनों चीनी बैलून के अमेरिकी सीमा में प्रवेश करने के बाद पेंटागन ने दावा किया था कि चीन इस बैलून के माध्यम से अमेरिका की जासूसी कर रहा है। जिस पर चीन ने सफाई देते हुए कहा था कि ये केवल एक सिविल बैलून है जिसका इस्तेमाल मौसम से संबंधित शोध कार्यों के लिए किया जा रहा है।  

Created On :   5 Feb 2023 9:27 AM IST

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