UN में गूंजा भारत में ड्रोन हमले की साजिश का मुद्दा, पीएम और रक्षा मंत्री के बीच बड़ी बैठक

The issue of drone attack conspiracy in India echoed in UN, big meeting between PM and Defense Minister
UN में गूंजा भारत में ड्रोन हमले की साजिश का मुद्दा, पीएम और रक्षा मंत्री के बीच बड़ी बैठक
UN में गूंजा भारत में ड्रोन हमले की साजिश का मुद्दा, पीएम और रक्षा मंत्री के बीच बड़ी बैठक
हाईलाइट
  • पीएम मोदी से होगी रक्षा मंत्री की अहम मुलाकात
  • यूएन में गूंजी ड्रोन हमले की साजिश
  • सिर्फ भारत के लिए नहीं
  • ये एक वैश्विक खतरा- भारत

डिजिटल डेस्क, दिल्ली। जम्मू कश्मीर के आर्मी बेस पर ड्रोन से हमले का मामला संयुक्त राष्ट्र सभा में भी गूंजा। भारत ने कहा कि इस मामले को सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को गंभीरता से लेना चाहिए। ये सारिक और वाणिज्यिक संपत्तियों के खिलाफ एक भयानक साजिश का रूप ले सकता है। गृहमंत्रालय के विशेष सचिव वीएसके कौमुदी ने इस मामले पर कहा कि सस्ता विकल्प होने की वजह से आतंकवादी ड्रोन का तेजी से इस्तेमाल कर कते हैं। ये आसानी से उपलब्ध भी हो जाता है। और एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने में भी आसान है। आंतरिक सुरक्षा में विशेष सचिव कौमुदी ने कहा कि आने वाले वक्त में ये दुनिया भर की सुरक्षा एजेंसियों के लिए खतरा बना सकता है।

पीएम मोदी, रक्षा मंत्री की बैठक
इस मुद्दे पर पीएम नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की बैठक होने वाली है। हालांकि दोनों की मुलाकात का एजेंडा फिलहाल स्पष्ट नहीं किया गया है। पर माना जा रहा है कि एयरबेस पर ड्रोन हमले को लेकर मीटिंग में चर्चा जरूर हो सकती है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस मुलाकात में सैन्य तैयारियों पर भी बातचीत करेंगे।

ड्रोन से हमले की साजिश- एक नजर में
जम्मू में लगातार ड्रोन नजर आ रहा है। जिसकी वजह से स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। 26 और 27 जून की दरम्यानी रात में जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर पहली बार ड्रोन नजर आया। जिससे विस्फोटक भी गिराया गया। शुरूआती जांच में चौंकाने वाली बातें सामने आईं। जिसके मुताबिक विस्फोटक में आरडीएक्स भी हो सकता है। इसकी जांच अब तक जारी है ही। 24 घंटे के अंदर फिर दो ड्रोन नजर आ चुके हैं।
ये ड्रोन जम्मू के कालूचक मिलिट्री बेस तक पहुंचे। रविवार की रात पहला ड्रोन दिखा। तकरीबन तीन घंटे बाद दूसरा ड्रोन नजर आया। पहले एयरफोर्स स्टेशन पर हमला हो चुका था इसलिए ड्रोन दिखते ही हाई अलर्ट कर दिया गया। फिलहाल ये जांच चल रही है कि क्या बॉर्डर पार से ये ड्रोन दो किलो विस्फोटक लेकर सकते हैं। बॉर्डर से एयरफोर्स स्टेशन लगभग 15 किमी दूर है। ऐसे में ड्रोन दो किलो वजन लेकर बॉर्डर तक सफर कर सकेंगे ये मुमकिन नजर नहीं आ रहा। 
 

Created On :   29 Jun 2021 6:06 AM GMT

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