पक्षियों के लिए प्रकाश प्रदूषण को दूर करने की जरूरत

The need to remove light pollution for birds
पक्षियों के लिए प्रकाश प्रदूषण को दूर करने की जरूरत
चीन पक्षियों के लिए प्रकाश प्रदूषण को दूर करने की जरूरत
हाईलाइट
  • पक्षी सब प्रकाश प्रदूषण से प्रभावित होते हैं

डिजिटल डेस्क, बीजिंग। प्रवासी पक्षी सीमाओं के पार जैव विविधता संरक्षण और पारिस्थितिकी तंत्र के स्वास्थ्य के सबसे मजबूत संकेतकों में से एक हैं। प्रवासी पक्षी प्रकृति के वैश्विक दूत भी हैं। वे पृथ्वी पर विभिन्न क्षेत्रों और विभिन्न लोगों को जोड़ते हैं।

हर साल के मई और अक्तबूर महीने में दूसरे शनिवार को विश्व प्रवासी पक्षी दिवस होता है। पक्षी प्रवास की वैश्विक घटना पर प्रकाश डालने के लिये विश्व प्रवासी पक्षी दिवस प्रत्येक वर्ष दो चरम दिनों में मनाया जाने वाला एकमात्र अंतर्राष्ट्रीय दिवस है। संबंधित गतिविधियों से दुनिया भर में पक्षी प्रवास के पीक सीजन में लोगों को प्रवासी पक्षियों और पर्यावरण के संरक्षण के बारे में सोचने के लिए प्रोत्साहित करना है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को प्रकृति की रक्षा के प्रयास को आगे मजबूत करने की जरूरत है, क्योंकि यह खतरे में है।

रात में रोशनी मंद करें, प्रवासी पक्षियों को सुरक्षित घर जाने दें, 2022 विश्व प्रवासी पक्षी दिवस की थीम है। इस वर्ष संबंधित गतिविधियों का फोकस प्रवासी पक्षियों पर प्रकाश प्रदूषण के प्रभावों पर है।

वैश्विक प्रकाश प्रदूषण बदतर होता जा रहा है। प्रकाश प्रदूषण पारिस्थितिक तंत्र में प्रकाश और अंधेरे के प्राकृतिक पैटर्न बदलने वाली कृत्रिम रोशनी है। पृथ्वी की सतह पर कृत्रिम रोशनी प्रति वर्ष कम से कम 2 प्रतिशत बढ़ रही है। कृत्रिम रोशनी की वृद्धि ने प्राकृतिक पर्यावरण को नाटकीय रूप से बदल दिया है और अधिक प्रवासी पक्षी प्रजातियों सहित वन्यजीवों पर काफी प्रभाव पड़ा है।

हर साल प्रकाश प्रदूषण के कारण टक्करों में लाखों पक्षी मरते हैं। रात में बहुत अधिक कृत्रिम रोशनी प्रवास के दौरान पक्षियों को भटका सकती हैं। इसीलिए वे रोशनी वाली इमारतों, संचार टावरों और अन्य चमकदार रोशनी वाली संरचनाओं से बुरी तरह टकरा जाते हैं। इसके अलावा प्रकाश प्रदूषण से प्रवासी पक्षियों की जैविक घड़ियां और लंबी दूरी के प्रवास करने की उनकी क्षमता प्रभावित होती हैं।

नहीं तो रात या दिन में सक्रिय रहने वाले पक्षी सब प्रकाश प्रदूषण से प्रभावित होते हैं। बत्तख, गीज, प्लोवर, पेट्रेल और विभिन्न गीत पक्षी आदि रात्रि प्रवास करने वाले पक्षी प्रकाश प्रदूषण से प्रभावित होते हैं, जबकि पेट्रेल और गुल आदि समुद्री पक्षी अक्सर भूमि और नावों पर कृत्रिम रोशनी स्रोतों से खतरे में पड़ते हैं।

प्रकाश प्रदूषण के प्रभावों को दूर करने का समाधान आसानी से उपलब्ध है। समुद्री कछुओं, समुद्री पक्षियों और प्रवासी पक्षियों से जुड़े प्रकाश प्रदूषण के प्रकाश प्रदूषण उपचार पर यह अंतर्राष्ट्रीय मार्गदर्शन पहले से मौजूद है, जिसको प्रवासी पक्षी प्रजातियों (सीएमएस) पर कन्वेंशन के पक्षकारों द्वारा इसका समर्थन किया गया है। दुनिया भर में कुछ देशों, शहर, कंपनियां और संगठनों ने प्रकाश प्रदूषण को दूर करने के लिए कदम उठाया है। उदाहरण के लिए, दुनिया भर में और से ज्यादा शहरों ने वसंत और शरद ऋतु में पक्षी प्रवास अवधि के दौरान इमारतों में रोशनी मंद करना आदि कदम उठाये हैं।

थीम रात में रोशनी मंद करें, प्रवासी पक्षियों को सुरक्षित घर जाने दें एक सरल और मजबूत संदेश भेजती है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को रात में अनावश्यक रोशनी के उपयोग को सीमित करने के लिए सामूहिक कदम उठाने चाहिए। ताकि प्रवासी पक्षियों पर प्रकाश प्रदूषण के नकारात्मक प्रभाव को कम किया जा सके।

(साभार---चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Created On :   12 May 2022 6:31 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story