संरा को यमन में सहायता कार्यक्रम बंद करने होंगे

The world will have to stop the aid program in Yemen
संरा को यमन में सहायता कार्यक्रम बंद करने होंगे
संरा को यमन में सहायता कार्यक्रम बंद करने होंगे

संयुक्त राष्ट्र, 17 अप्रैल (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के अंडरसेक्रेटरी-जनरल मार्क लोकॉक ने गुरुवार को चेतावनी दी कि विश्व निकाय को फंड की कमी के कारण कुछ सप्ताहों में यमन में अपने 41 सहायता कार्यक्रमों में से 31 को बंद करना होगा।

लोकॉक ने गुरुवार को एक वर्चुअल ब्रीफिंग में सुरक्षा परिषद को बताया, इसका मतलब है कि हमें कई गतिविधियों को खत्म करने का काम शुरू करना होगा, जो शायद कोविड-19 से बचने के लिए यमन के लोगों को शायद सबसे अच्छा मौका दे सकती थीं।

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) को संघर्ष या प्राकृतिक आपदाओं के कारण विस्थापित परिवारों के लिए तत्काल सहायता रोकना होगा।

उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि 10 लाख तक विस्थापित लोगों को बेहद जरूरी चीजें नहीं मिलेंगी, जिनमें स्वच्छता संबंधी चीजें भी शामिल हैं जो हैजा और कोविड-19 जैसी बीमारियों से बचाने में मदद करती हैं।

पोषण कार्यक्रमों में भी कटौती की जाएगी, जिससे 260,000 गंभीर रूप से कुपोषित बच्चे और मध्यम कुपोषण वाले 20 लाख और बच्चे प्रभावित होंगे।

उन्होंने आगाह किया कि इन बच्चों की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाएगी, जिससे उनके कोविड-19, हैजा और अन्य बीमारियों की चपेट में आने की आशंका बढ़ जाएगी।

लोकॉक ने कहा कि जो लोग बीमार पड़ते हैं, उनकी मदद के लिए कम क्लीनिक मिलने की संभावना है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का अनुमान है कि प्रतिक्रिया के माध्यम से प्रदान की गई 80 प्रतिशत स्वास्थ्य सेवाएं अप्रैल के अंत में रुक सकती हैं।

मानवतावादी समुदाय - संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों, अंतर्राष्ट्रीय गैर सरकारी संगठनों और अन्य का मानना है कि दुनिया का सबसे बड़ा सहायता अभियान इस आपातकाल के दौरान विस्तारित कटौती अफोर्ड नहीं कर सकता है।

उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों का अनुमान है कि उन्हें यमन के लिए जुलाईभर तक सहायता जारी रखने के लिए 90 करोड़ डॉलर से अधिक की आवश्यकता है।

उन्होंने युद्धग्रस्त देश में संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व वाली प्रतिक्रिया के लिए 50 करोड़ डॉलर और कोविड-19 गतिविधियों के लिए 2.5 करोड़ डॉलर देने की प्रतिबद्धता के लिए सऊदी अरब का आभार जताया।

उन्होंने आशा व्यक्त की कि इन फंड को शीघ्रता से वितरित किया जा सकता है, ताकि जो कार्यक्रम जोखिम में हैं, वे जारी रह सकें।

लोकॉक ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र को इस साल यमन के लिए अब तक लगभग 80 करोड़ डॉलर का योगदान मिला है, जबकि पिछले साल इस समय में 2.6 अरब डॉलर मिला था।

मानवीय अभियान यमन के लाखों लोगों के लिए जीवन रेखा बना हुआ है। हर महीने, देश भर में 1.3 करोड़ से अधिक लोगों को मदद मिलती है।

Created On :   17 April 2020 6:31 PM IST

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