...तो क्या सेक्स स्कैंडल की वजह से अधर में लटका नोबेल लिटरेचर प्राइज 2018

This year Nobel Prize for Literature is in jeopardy over a sex scandal
...तो क्या सेक्स स्कैंडल की वजह से अधर में लटका नोबेल लिटरेचर प्राइज 2018
...तो क्या सेक्स स्कैंडल की वजह से अधर में लटका नोबेल लिटरेचर प्राइज 2018

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दुनिया का सबसे प्रतिष्ठित माना जाने वाला नोबेल पुरूस्कार का आयोजन अधर में लटका है। एक साथ स्वीडिश अकादमी के 6 सदस्यों के इस्तीफे के कारण समारोह होने पर संदेह जताया जा रहा है। साल 1943 के बाद यह दूसरा मौका है, जब साहित्य में मिलने वाला नोबल प्राइज संदेह के घेरे में है। दरअसल काफी प्रतिष्ठित संस्था माने जाने वाली स्वीडिश अकादमी के 6 सदस्यों ने सेक्स स्कैंडल की ख़बरों के बीच इस्तीफा दे दिया है।

संस्था की पूर्व सदस्य रही कैटरीना फ़्रांसटेंसन के पति क्लाउड अर्नोल्ट जो की पेशे से फ्रेंच फोटोग्राफर हैं, उन पर 18 महिलाओं ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है, जिसके कारण 18 सदस्यीय समिति ने वोट डालकर कैटरीना फ़्रांसटेंसन को संस्था से बाहर कर दिया था। हालांकि अर्नोल्ट के वकील जोर्न हर्टिग ने सभी आरोपों को खारिज किया है। संस्था की बदनामी और बढ़ते विवाद को देख संस्था की प्रमुख सारा डेनीयस सहित 6 लोगो ने इस्तीफ़ा दे दिया।

दरअसल 18 सदस्यों में से 7 के इस्तीफे के बाद सदस्यों की संख्या केवल 10 रह गई है , जिसके कारण नए सदस्यों के लिए चुनाव भी नहीं किया जा सकता। हालांकि अकादमी को बचाने और प्रतिष्ठा की खातिर, स्वीडिश रजा कार्ल गुस्ताफ 16वें की अनुमति के बाद संस्था के संविधान में कुछ बदलाव किए गए हैं, जिससे संस्थान में नए सदस्य को नियुक्त किया जा सके।

मामला पिछले साल नवम्बर में सामने आया जब ट्विटर पर तेजी से वायरल होते  #Metoo कैंपेन में 18 महिलाओं ने एक शख्स पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। आगे जांच में पता चला की यह फ्रेंच फोटोग्राफर क्लाउड अर्नोल्ट है।

स्वीडिश अकादमी के प्रशासकीय निदेशक लुई हेड्बर्ग ने यह बताया  कि "2018 का नोबल प्राइज आयोजन होगा या नहीं, यह अकादमी शुक्रवार को तय करेगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए किसी भी प्रकार की मीडिया कॉन्फ्रेंस नहीं होगी, केवल मीडिया को इससे संबंधित जानकारी एक स्टेटमेंट द्वारा दे दी जाएगी।

Created On :   3 May 2018 4:25 PM GMT

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