वैगनर चीफ येवगेनी प्रिगोझिन की मौत में राष्ट्रपति पुतिन का हाथ? प्रिगोझिन से पहले इन दिग्गजों को मौत की नींद सुला चुके हैं पुतिन!

वैगनर चीफ येवगेनी प्रिगोझिन की मौत में राष्ट्रपति पुतिन का हाथ? प्रिगोझिन से पहले इन दिग्गजों को मौत की नींद सुला चुके हैं पुतिन!
  • वैगनर चीफ येवगेनी प्रिगोझिन की विमान हादसे में मौत
  • मौत का तार रूसी राष्ट्रपति पुतिन से जोड़ कर देखा जा रहा

डिजिटल डेस्क, मॉस्को। रूस से बीती रात बहुत बड़ी खबर सामने आई थी। खबर थी कि, वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन की मौत एक विमान हादसे में हो गई है। येवगेनी के साथ तीन पायलट समेत 10 लोंगों की मौत की जानकारी मिली थी। इस बात की पुष्टि रूस की एविएशन अथॉरिटी रोसावियात्सिया ने कर दी है। इस हादसे में वैगनर ग्रुप के वरिष्ठ कमांडर दिमित्री उत्किन की भी मौत हो गई है।

रूसी इमरजेंसी मंत्रालय ने कहा है कि तेवर क्षेत्र में एक प्राइवेट जेट क्रैश हुआ है। इसमें सवार तीन क्रू मेंबर्स और सात यात्रियों की मौत हुई है। मंत्रालय के मुताबिक, विमान राजधानी मॉस्को से सेंट पीटर्सबर्ग जा रहा था तभी ये हादसा हुआ। वैगनर चीफ प्रिगोझिन ने जून में ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ बगावत की थी। ऐसे में प्रिगोझिन की मौत होना कई सवाल खड़े कर रहे हैं। इस बात की भी चर्चाएं हो रही हैं कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहीं प्रिगोझिन को अपने रास्ते से तो नहीं हटा दिया। यह पहली बार नहीं जब पुतिन पर ऐसे गंभीर सवाल उठे हैं। इससे पहले भी उनके खिलाफ आवाज बुलंद करने वालों की मौत अचानक से हो चुकी है।

प्रिगोझिन को पुतिन ने ठिकाने लगवाया?

बिजनेस इनसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक, पुतिन ने अपने दुश्मनों को बड़े ही साफगोई से हटाने का काम करते हैं। कहा जाता है कि पुतिन के खिलाफ खड़ा होना मतलब अपनी मौत को सीधे तौर पर दवात देना है। विदेश मामलों के जानकारों का मानना है कि, जिस दिन वैगनर प्रमुख ने रूस के खिलाफ हथियार उठाया था उसी दिन उनकी मौत की पटकथा पुतिन ने लिख दी थी। जिसका नतीजा आज हमें देखने को मिल रहा है।

पुतिन अपने इन विरोधियों को पहले ही कर चुके हैं साफ

रवील मगानोव

तेल कंपनी लुकोइल के चेयरमैन रवील मगानोव की मौत अचानक होने से पुतिन पर कई गंभीर सवाल उठे थे। रवील रूस-यूक्रेन युद्ध के खिलाफ थे। उन्होंने यूक्रेन पर हमला करने को लेकर पुतिन की काफी आलोचना की थी। साल 2022 के फरवरी महीने में रूस ने यूक्रेन पर गोले दागने शुरू किए थे, जो अभी तक जारी है। पिछले साल सितंबर के महीने में रवील की मौत मॉस्को स्थित एक अस्पताल की खिड़की से गिरकर हो गई थी। शुरुआती खबरें आई थी कि उन्हें गंभीर बिमारी थी लेकिन बाद में दावा किया गया है कि पुतिन ने रवील की हत्या करवाई थी।

मिखाइल लेसिन

रवील मगानोव की तरह ही रूसी प्रेस मंत्री मिखाइल लेसिन की नवंबर 2015 में वाशिंगटन डीसी में रहस्यमयी ढंग से मौत हो गई थी। जिस पर काफी बवाल मचा था। इस घटना में भी पुतिन का नाम आ चुका है। मिखाइल लेसिन के शव पर कई निशान थे मुंह एवं शरीर के अंदरुनी पार्ट पर काफी चोटें आई थी। लेसिन अंग्रेजी भाषा के टेलीविजन नेटवर्थ रशिया टुडे की स्थापना किए थे। कहा जाता है कि पुतिन सरकार को लेकर लेसिन के पास कई अहम दस्तावेज थे। जिसको देखते हुए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मिखाइल लेसिन को ठिकाने लगवाने का काम किया।

बोरिस नेमत्सोव

बोरिस नेमत्सोव पुतिन के बहुत बड़े आलोचक माने जाते थे। साल 2015 में उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना को तब अंजाम दिया गया था जब बोरिस मॉस्को के एक रेस्तरां से खाना खाकर बाहर निकाल रहे थे। कहा जाता है कि, बोरिस के आरोप लगाने की वजह से पुतिन काफी आहत हुए थे। बोरिस ने राष्ट्रपति पुतिन पर आरोप लगाया था कि वो अमिर लोगों के इशारों पर नाचते हैं।

बोरिस बेरेजोव्स्की

रूसी ओलीगार्क बोरिस बेरेजोव्स्की की पुतिन से अनबन हुई और वह अपनी जान बचाकर ब्रिटेन भाग गए थे। ब्रिटेन गए बोरिस ने पुतिन को वहां से धमकी दी। फिर मार्च 2013 में खबर आई कि बेरेजोव्स्की ने सुसाइड कर लिया है। बेरेजोव्स्की का शव बाथरूम के अंदर मिला था। जब उनकी लाश को बाथरूम से बाहर निकाला गया, तो उनके गले में एक पट्टी बंधी हुई थी। पुलिस अभी तक इस केस को नहीं सुलझा पाई है कि ये हत्या है या फिर आत्महत्या।

पॉल क्लेबनिकोव

फोर्ब्स के रूसी एडिशन के चीफ एडिटर पॉल क्लेबनिकोव ने रूस के भ्रष्टाचार के बारे में बहुत कुछ लिखा था। उन्होंने रूस के कई अरबपति लोगों के राज खोले थे। जिनमें एक नाम पुतिन का भी था। यह बात पुतिन को कुछ खास रास नहीं आई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुतिन ने सुपारी किलर्स को सुपारी देकर साल 2004 में पॉल क्लेबनिकोव की हत्या करवा दी थी। उस समय ये खबर देश दुनिया की सभी प्रतिष्ठित अखबारों में बड़ी प्रमुखता से छापी गई थी।

Created On :   24 Aug 2023 2:53 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story