जापान: संसद में दिए बयान से नाराज बिजिंग, भविष्य में ऐसी बयानबाजी से बचने का प्रयास करेंगी ताकाइची

संसद में दिए बयान से नाराज बिजिंग, भविष्य में ऐसी बयानबाजी से बचने का प्रयास करेंगी ताकाइची
एशिया-प्रशांत क्षेत्र में बिगड़ सकता है शक्ति संतुलन, भविष्य में ऐसी बयानबाजी से बचने का प्रयास करेंगी ताकाइची

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। ताकाइची के संसद में दिए बयान को बिजिंग ने दोनों देशों के बीच 1972 में हुए समझौते का उल्लंघन बताया है। इस समझौते के तहत जापान ताइवान पर चीनी प्रभुत्व मानता है और बिजिंग की स्थिति को सम्मान देता है। चीन के पलटवार के बाद जापान ने संकेत दिया है कि ताकाइची अपने बयान को नहीं दोहराएंगी और सतर्क रहेंगी। कैबिनेट सचिव मिनोरू किहारा ने मंगलवार को विश्वास दिलाते हुए कहा कि जापान 1972 के समझौते का सम्मान करता है और पीएम ताइवान मुद्दे को बातचीत के जरिए सुलझाने की इच्छा रखती हैं। ताकाइची ने भी संसद में दिए बयान को परिकल्पना के आधार पर दिया गया बयान बताया। और वो भविष्य में ऐसी बयानबाजी से दूर रहने को कहा।

ताकाइची के बयान से जापान-चीन संबंधों में नई दरार देखने को मिल रही है। जबकि दोनों देशों के नेताओं ने "स्थिर और रचनात्मक" रिश्तों पर सहमति जताई थी। दोनों देशों के बीच का टकराव क्षेत्रीय सुरक्षा पर भी प्रभाव डाल सकता है, खासकर अमेरिका-जापान-चीन त्रिकोणीय रिश्तों में। जापान एक प्रमुख अमेरिकी सहयोगी है। ताइवान संकट उभरने से एशिया-प्रशांत क्षेत्र में शक्ति संतुलन बिगड़ सकता है।

खबरों से मिली जानकारी के अनुसार एशिया-प्रशांत क्षेत्र में ताकाइची के बयान से बीजिंग नाराज हो गया। ताकाइची के संसद में ताइवान को लेकर कुछ कहने पर चीन ने सख्त अंदाज में पलटवार किया । ताकाइची ने अपने बयान में कहा यदि ड्रैगन ताइवान पर युद्धपोत और अन्य शक्ति बलों से हमला करता है , और यदि ये जापान के अस्तित्व के लिए खतरा बनता है, तो जापान अपने जवानों की तैनाती कर सकता है।

आपको बता दें चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानते है, ताकाइची के बयान को साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने चीन के लिए सीधा रेडलाइन बताई है। जापान के बयान को चीन ने 'भड़काऊ', 'घातक' और द्विपक्षीय संबंधों को 'गंभीर रूप से नुकसान' पहुंचाने वाला बताया है।

ओसाका में चीनी काउंसिल -जनरल ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में ताकाइची को सीधे तौर पर धमकी दी। इस धमकी में विवादित भाषा का इस्तेमाल किया गया था, पोस्ट में कहा गया हम बिना हिचकिचाहट गले को काटने का विकल्प नहीं छोड़ेंगे। क्या आप तैयार हैं? जापानी सरकार इस पोस्ट को अनुचित मानते हुए बीते दिन सोमवार को औपचारिक रूप से विरोध दर्ज कराया ।

इस विवाद से पहले विपक्षी सदस्य की ओर से पूछे गए एक सवाल के जवाब में ताकाइची ने आन्तरिक संसदीय समिति को बताया कि जापान को बुरे समय के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा यदि ताइवान के आसपास सैनिक कार्रवाई होती है ,तो जापान को सीधे तौर पर खतरा महसूस हो सकता है। आपको पता दें जापान के ताइवान को समर्थन दिए जाने पर चीन ने चेतावनी देते हुए कहा है कि जापान ताइवान को कोई समर्थन ना दें।

Created On :   11 Nov 2025 4:36 PM IST

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